दुल्लहपुर (गाजीपुर)। भुडकुडा कोतवाली अंतर्गत रघुनाथपुर भडेवर ग्राम सभा के मस्तीपुर मुहल्ला में गुरुवार को तड़के अलावा की चिंगारी से प्रमोद पासी के रिहायसी झोपड़ी में आग लग गयी। देखते ही देखते झोपड़ी लपटों के साथ जलने लगी। इस आग में एक मासूम बच्ची सहित दस बकरी जल कर मर गयी। इस अग्निकांड में गृहस्थि का सारा सामन जल गया। सूचना पर अधिकारी मौके पर पहुंच गये। जानकारी के अनुसार ठंड में लोग अपने घरों में सोए थे। इसी बीच अलाव की चिंगारी से प्रमोद पासी की झोपड़ी में आग लग गयी। देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगी। आग की लपटें देख पास पड़ोस के लोग पहुंचकर बुझाने लगे।
झोपड़ी में बच्चों के साथ सो रही प्रमोद पासी की पत्नी कोशल्या देवी की नींद खुल गयी। आनन फानन में वह किसी तरह दो बेटों और बेटी को बाहर निकाल ली। जब वह दुसरी बच्ची को निकालने की कोशिश की जब तक आग विकराल रुप धारण कर चुका था। इस आग में उसकी दस वर्षीय पुत्री वर्षा और बंधी दस बकरियां आग जल गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। आग्निकांड की सूचना मिलते ही अधिकारी और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गयी।परिजनों ने बताया कि इस भीषण आग में एक मासूम वर्षा सहित 10 बकरियां और गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गई। प्रमोद पासी काफी दिनों से विक्षिप्त है। कौशल्या देवी बकरी पालन और मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का जीविको कोपार्जन चलाती थी। सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, सीओ चोब सिंह,तहसीलदार लाल जी विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार राजीव रंजन, कोतवाल तारावती यादव, ग्राम प्रधान ने मौके पर पहुंच कर खुले आसमान के नीचे आए परिवार को तत्काल सहित अन्य मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।