
गाजीपुर। नौली उतरौली व त्रिलोकपुर क्षेत्र के श्री रूद्रांबिका धाम शिवकाली मंदिर परिसर से माताओं- बहनों ने पीतवस्त्र में सिर पर कलश लेकर कई गांवों का भ्रमण किया। यज्ञाचार्य पंडित धनंजय पांडेय ने वैदिक कर्मकांड व मंत्रोच्चार से विधिवत कलश पूजन कराया गया। कलश पूजन के बाद जल भरन के लिए कई गांव से आई महिलाएं पीतवस्त्र धारण कर सिर पर कलश रखते हुए गंगा माता की जय, काली माता की जय, भोले बाबा की जय- इन जयकारों के साथ गांव और क्षेत्र भ्रमण के लिए निकली। अनुशासनपूर्वक ग्राम वासियों ने यज्ञ अनुष्ठान को सफल बनाने तथा जन जागरूकता के लिए देवी देवताओं के लिए नारे लगाते रहे। शोभायात्रा में शामिल हाथी, घोड़े, बैंड बाजे से युक्त भक्ति गीतों से मानो पूरा क्षेत्र धार्मिक भावनाओं में डूब गया हो। कलश यात्रा यज्ञ स्थल पर पहुंचा। इस मौके पर यज्ञाचार्य पंडित धनंजय पांडेय ने कहा कि कलश यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं पर भगवान की विशेष कृपा होती है। क्योंकि एक कलश में तैंतीस कोटि के देवताओं का वास होता है। शोभा यात्रा के समापन के बाद श्री राम कथा प्रारंभ की गई।




