ग़ाज़ीपुर । प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण लखनऊ, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ,अपर निदेशक, राज्य क्षयरोग नियन्त्रण कार्यक्रम अधिकारी के निर्देश व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देश दीपक पाल के निर्देशन पर क्षयरोग विभाग की टीम जिला जिला जेल में 715 बंदियों की टीबी और एचआईवी की जांच की। इसके साथ ही नि:शुल्क दवाएं भी दी गईं। जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह, जेलर राकेश कुमार वर्मा और जेल चिकित्सा अधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में जिला जेल की 32 महिलाओं और 674पुरुष बंदियों की टीबी और एचआईवी की जांच की गई। जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में बंदियों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए शासन स्तर से निर्देश आए थे। बुधवार से डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की टीम जिला जेल भेजा गया ।
जिसमें वह स्वयं शामिल थे और वहां पर जेल में बंद करीब 715 बंदियों की जांच की गई। जांच के अनुसार उन्हें दवा भी दी गई। जिला क्षयरोग अधिकारी डाक्टर संजय कुमार ने बताया कि सक्रिय टीबी खोज अभियान के 20 प्रतिशत आबादी पर किया जा रहा है जिस में मलिन बस्ती,स्लम एरिया, सब्जी मंडी, वृद्धाश्रम,बाल सुधार गृह, जिला जेल, मदरसा, नवोदय विद्यालय इत्यादि में किया जा रहा है राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि जिला क्षयरोग विभाग की टीम ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। इलाज में जेलर और जेल अस्पताल के चिकित्सक द्वारा सहयोग किया गया। इस मौके पर डिप्टी जेलर रविन्द्र सिंह मौजूद रहे। स्वास्थ्य टीम में फार्मासिस्ट भुनेश्वर कुमार, डीपीपी एमसी अनुराग कुमार पाण्डेय,एसटीएस सुनील कुमार वर्मा,टीबी एचबी नरेन्द्र कुमार राय, राधेश्याम यादव,काउंसलर आईसी टीसी, सेन्टर, मुहम्मदाबाद से नीरा राय, एलटी महेश, राम विलास , आईसीटीसी एलटी गौरव विशाल, अमित कुमार गुप्ता शामिल रहे।