गाजीपुर। समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी के नेतृत्व में गुरुवार को शहर वासियों ने नगरपालिका कार्यालय पहुंचकर स्वकर प्रणाली की नई गाइडलाइन को लेकर आपत्ति दर्ज कराई। मालूम हो कि नगर पालिका प्रशासन की ओर से 27 दिसंबर तक आपत्ति दर्ज कराने की बात कही गई थी। उन्होने कहा कि नगर पालिका द्वारा स्वकर प्रणाली को लेकर सरकारी गजट गाजीपुर नगर पालिका परिक्षेत्र में सन् 2012 से स्वकर प्रणाली को लेकर शासनादेश लागू है। इसलिए यह नया शासनादेश प्रदेश के उन सभी जगहों पर लागू होगा, जहां यह प्रणाली प्रभावी नहीं है।इसके बाद भी नगर पालिक प्रशासन द्वारा समाचार पत्रों में सरकारी गजट निकाला गया है। नगर पालिका परिषद के बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष मौजूद नहीं थी तथा सभासदों की संख्या भी मानक के अनुरूप नहीं था। उसके बावजूद शासनादेश में दिये गये सड़कों की चौड़ाई का कर असंवैधानिक तरीके से बिना बोर्ड की सहमति लिये स्वकर का निर्धारण कर दिया गया, जो कि न्यायपूर्ण नहीं है।
उन्होंने आपत्ति स्वीकार करने तथा स्वकर निर्धारण पर पुनः विचार करने की मांग की। स्वकर प्रणाली को लेकर समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी के नेतृत्व में करीब चालीस लोगों ने एक साथ नगर पालिका कार्यालय जाकर अधिशासी अधिकारी व अध्यक्ष की मौजूदगी में अपनी आपत्ति दर्ज कराई। आपत्ति दर्ज कराते समय वहां मौजूद लोगों ने प्रमुखता से यह मांग उठाई कि जो टैक्स का पैसा जनता द्वारा जमा किया जा चुका है पहले उसका समायोजन होना चाहिए, उसके बाद नए कर का निर्धारण करना चाहिए। आपत्ति दर्ज करने वालों में पूर्व सभासद संजय सिंह, अजय सिंह शास्त्री, राजेश प्रजापति, एडवोकेट बृजेश राय, धर्मेंद्र सिंह, संजीव सिंह बाबी, अजय सिंह, मनीष पांडेय, अजय राय, इंदीवर वर्मा, भगवती राय, इमरान अंसारी आदि को मौजूद रहे।