गाजीपुर। नगर में कुछ दिनों स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। कुछ उपभोक्ता मीटर लगाने से रीडरो का मना कर दे रहे ।जबकि अधिकतर विद्युत उपभोक्ता मीटर रीडरों से व्यवहार बना कर मीटर में रीडिंग स्टोर करा लिये है। जो नियम के विरुद्ध है। अधिशाषी अभियंता नगर आशीष शर्मा ने बताया कि विभाग जब स्टोर रीडिंग का पैसा चार्ज करके बिल भेज रहा है। इसके बाद उपभोक्ता अपने को बचाने के लिए विभाग पर आरोप लगा रहे है कि बिल सहीं नहीं आ रहा है। उसे ठीक किया जाय। जब स्मार्ट मीटर लगाने के बाद स्टोर रीडिंग चार्ज किया गया तो उपभोक्ताओं की बेचैनी बढ़ गई। जिसमें विभाग के तरफ से स्टोर रीडिंग चार्ज का बिल संशोधन होने की कोई गुंजाइश भी नहीं है। उन्होने बताया कि जो भी ऐसे उपभोक्ता का स्टोर रीडिंग का पैसा स्मार्ट मीटर में चार्ज किया गया है। उसका संशोधन सिस्टम से नहीं होता है। वही जो भी उपभोक्ताओं का स्टोर रीडिंग पोस्ट किया गया है। बकायदे जीएमआर कंपनी के माध्यम से उस पुराने मीटर के साथ ही साथ स्टोर रीडिंग को विभागीय पोर्टल पर टैग किया गया है। जिसमें उपभोक्ता भी अपना स्टोर रीडिंग संबंधित डिविजन ऑफिस में आकर देख सकते है। आशीष शर्मा ने बताया कि जितने भी उपभोक्ताओं का स्मार्ट मीटर लगा है। उनकी पुरानी रीडिंग स्टोर चार्ज किया गया है। वैसे उपभोक्ताओं की सूची बनाई जा रही है। जो इन लोगो के ऊपर स्टोर रीडिंग चार्ज का लगभग 50 लाख से अधिक का बिल बकाया पड़ा हुआ है। जिसको वसूलने के लिए लगातार विजिलेंस चेकिंग कराई जा रही है। अगर एकमुश्त समाधान योजना में ये लोग अपना बिल जमा नहीं करते है तो इन लोगो के खिलाफ बकाया बिल पर विद्युत धारा अधिनियम 138 बी में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा आरसी भेजकर बकाया का एक एक पैसा वसूल किया जाएगा। स्टोर रीडिंग करने पर दो दर्जन से अधिक मीटर रीडरों को कार्यमुक्त किया गया है। लगातार ऐसे कार्य में लिप्त मीटर रीडरों को चिन्हित करके कार्रवाई आगे भी की जाएगी।