गाजीपुर। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की मासिक बैठक अंधऊ में जनपद अध्यक्ष मिथिलेश की अध्यक्षता में हुई । बैठक में अवर अभियंता/प्रोन्नत अभियंता की समस्याओ के बारे विचार किया गया। संगठन के एक एक सदस्यों से उनके समस्याओं का निराकरण अधीक्षण अभियंता के माध्यम से आश्वाशन दिया गया। बैठक में बिजली विभाग के निजीकरण में सीधा आरोप लगाया गया कि उच्च प्रबंधन पर अवैध रूप से विराजमान प्रशासनिक सेवा के अनुभवहीन अधिकारियों ने कुछ ऐसा मायाजाल रच दिया कि किसी को कुछ पता ही नहीं चला कि कैसे इन बाबूओ ने पावर कॉरपोरेशन से लेकर सरकार तक को गुमराह कर दिया। बताया कि जिले में लगभग हजारों करोड़ों की योजना बिजली विभाग की जिले में चल रही है। जिसमें जर्जर तार बदलना और ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि आदि शामिल है।
जिससे उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिले। दूसरी तरफ निजी हाथों में अरबों खरबो की संपत्ति कौड़ियों के भाव में बेचना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं लगता है। जिले के सभी अवर अभियंताओ ने कहा किसी भी परिस्थिति में बिजली विभाग का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। क्योंकि न तो यह कर्मचारियों के लिए हितकारी है न ही उपभोक्ता के लिए हितकारी है। निजी कंपनी सिर्फ मुनाफा कमाना चाहती है। बैठक में जनपद वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं कमलेश प्रजापति, इं इंदल राम एवं सचिव इं इंद्रजीत पटेल, उपखंड अधिकारी प्रमोद यादव , दीपक गुप्ता, सुधीर कुमार, एस के सिंह, इं आशीष यादव, इं अश्वनी कुमार सिंह, राजन चौबे, शशिकांत पटेल, रवि राव, विनोद यादव, चंदन यादव, एवं समस्त सदस्य उपस्थित रहे।