स्वामी सहजानंद सरस्वती ने सभी के लिए लड़ी लड़ाईःराघव शरण शर्मा
—ब्रह्मर्षि जागरण मंच के तत्वावधान में मनी स्वामी सहजानंद सरस्वती की पुण्यतिथि
गाजीपुर। स्वामी सहजानंद सरस्वती स्मृति न्यास द्वारा प्रवर्तित ब्रह्मर्षि जागरण मंच के तत्वावधान में स्वामी सहजानंद सरस्वती की पुण्यतिथि उल्लास के साथ रविवार को मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में भूमिहार समाज व किसानों की वर्तमान स्थिति के संदर्भ में स्वामी सहजानंद सरस्वती के विचारों की प्रासंगिकता के मुख्य वक्ता प्रख्यात इतिहासकार एवं साहित्यकार तथा सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग बिहार राघव शरण शर्मा ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती विगत एक हजार वर्षों में पैदा हुए अपने तरह की विलक्षण प्रतिभा थे। उनके जैसा व्यक्तित्व ना तो पहले हुआ और ना ही आज तक हो पाया है।
उन्होंने कहा कि स्वामी जी ही एकमात्र ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने वेदांती होकर भी गांव-गांव, नगर-नगर भ्रमण कर एक-एक जन के दुख-दर्द को जाना, समझा और उनके लिए लड़ाई लड़ी। प्रेमशंकर राय उर्फ जवाहिर राय ने सभी लोगों का आह्वान किया कि ब्रमह्रर्षि जागरण मंच से जुड़कर अपने समाज के लिए अग्रगामी बने।
केएन राय ने स्वामी जी के पदचिन्हों पर चलकर समाज के विकास के लिए जोर देने पर बल दिया। ओमनारायण प्रधान और स्वामी सीता शरण ने भी स्वामी सहजानंद सरस्वती के जीवन पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व स्वामी सहजानंद सरस्वती स्मृति न्यास और ब्रह्मर्षि जागरण मंच के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए न्यास के सचिव मारुति कुमार राय एडवोकेट ने आए हुए अतिथियों का परिचय कराया।
कार्यक्रम में भोजपुरी के विख्यात लोक कवि विनय राय बबूरंग व दिनेश शर्मा को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर ब्रह्मर्षि जागरण मंच के संयोजक रामनाथ ठाकुर ने सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य डा. मांधाता राय, र्शिवशधर राय, ओम नारायण प्रधान, हिमांशु राय, सोनू, अजय राय, अमित राय, राजू, भगवती राय, भाजपा नेता ब्रजेंद्र राय, जसवंत राय,
अखिलेश राय, विश्व मोहन शर्मा, संतोष राय, प्रेम शंकर राय, जोखू राय, अमित राय, डा. प्रहलाद, केशव राय, नीरज राय, मुकेश राय, शारदा प्रसाद राय, संतोष कुमार राय, पीयूष कुमार राय, राजेश कुमार राय, पिंटू आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। अध्यक्षता दंडी स्वामी देवानंद सरस्वती पीठाधीश्वरराजगुरु मठ शिवाला घाट वाराणसी एवं संचालन डा. व्यास मुनि राय ने किया। अंत में रामनाथ ठाकुर ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।