गाजीपुर। एक तरफ मोदी और योगी सरकार एक्सप्रेस-वे, फोरलेन और ग्रीनफिल्ड सड़क का जाल बिछा रही है। दूसरी तरफ़ जिले की लोक निर्माण विभाग की सड़कों को जैसे भूल गई है। इसका जीता जागता नमूना है कोटवा-सियाडी-महेंद सोनवानी मार्ग। जो पिछले सात वर्षों से पूरी तरह बदहाल है लोक निर्माण विभाग खंड तृतीय की नजर इस सड़क पर नहीं पड़ रही है। सड़क इतनी बदहाल हो गयी है कि उस पर चलना जोखिम भरा है। लोगों को एक्सप्रेस-वे या मुख्य सड़क पर जाने के लिए सोचना पड़ता है। जनप्रतिनिधि भी इस सड़क की तरफ ध्यान नहीं देते हैं। चुनाव आते ही पार्टी के प्रत्याशी वादा तोखूब करते है। जब चुनाव बीत जाता है तो सब भूल जाते है। इस मामले में जब क्षेत्र के लोग लोक निर्माण विभाग या फिर जनप्रतिनिधियों से बात करते हैं तो उनका यही कहना है कि शासन में प्रस्ताव भेजा गया है पैसा आने पर सड़क का निर्माण हो जायेगा। आखिर कब तक करईल के सियाडी, महेंद, सोनवानी, नसीरपुर, गोडऊर, जगदीशपुर, पुनीपुर, आदि गांवों के ग्रामीण ऐसे जर्जर सड़क पर चलेंगें। बारिश के दिनो में तो सड़क और भी जानलेवा हो जाती है। सड़क के बीच बड़े बड़े गढ्ढे है। आये दिन बाइक सवार गिरकर चोटिल हो जाते है।