घेराव के बाद अधीक्षण अभियंता ने वार्ता के लिए पदाधिकारियों को बुलाया

 घेराव के बाद अधीक्षण अभियंता ने वार्ता के लिए पदाधिकारियों को बुलाया

—विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत मजदूर पंचायत ने किया था अधीक्षण अभियंता का घेराव

गाजीपुर। विद्युत मजदूर पंचायत के बैनर तले जिले के समस्त मीटर रीडरों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय का घेराव किया। संगठन के भारी दबाव एवं रीडरों के चेहरे पर आक्रोश को देखते हुए अधीक्षण अभियंता चंद्रभान सिंह ने तत्काल स्टर्लिंग कंपनी के पदाधिकारियों को बुलाया और वार्ता के लिए संगठन के पदाधिकारियों को सूचित किया।

पदाधिकारियों से वार्ता में स्टर्लिंग कंपनी ने कुछ मुद्दों को माना, जिसमें तीन पूर्व में छंटनी किए हुए सुपरवाइजरों को तत्काल बहाल किया एवं सर्किल मैनेजर नवनीत त्रिपाठी को कंपनी द्वारा हटा दिया गया, जिसमें 12 नवंबर तक अभी सर्किल पद का चार्ज नवनीत के पास ही रहेगा। उसके बाद 13 नवंबर से जिले के नए सर्किल इंचार्ज मिल जाएगा। विद्युत मजदूर पंचायत के प्रदेश अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री निर्भय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हम लोगो ने कई बार अधीक्षण अभियंता को दूरभाष से मीटर रीडरों की समस्याओं से अवगत कराते रहे, लेकिन इन्होंने सक्रियता नहीं दिखाई। इससे हम लोगो को मजबूर होकर इनका घेराव करना पड़ा। इस पर तुरंत अधीक्षण अभियंता ने स्टार्लिंग कंपनी के पदाधिकारियों संग वार्ता करवाया। वार्ता के सहमति के अनुसार 12 नवंबर तक सर्किल मैनेजर पद पर नवनीत त्रिपाठी रहेंगे। उसके बाद 13 नवंबर से नए सर्किल मैनेजर को स्टार्लिंग कंपनी नियुक्त करेगी। श्री सिंह ने बताया कि कंपनी द्वारा मीटर रीडरों को बिलिंग करने का टारगेट दिया गया था। रूलर में 1800 एवं अर्बन 2200 बिलिंग प्रति माह रीडरों को करने के लिए, जिसको हमारे एमडी पूर्वांचल वाराणसी इस पर गहनता से समीक्षा में लगे हुए है। जहां तक उम्मीद है कि रूलर में 1200 प्रति माह एवं अर्बन में 1500 बिलिंग करने का जल्द ही आदेश सर्किल आफिस आ जाएगा। पूर्व एन सॉफ्ट कंपनी को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा अधीक्षण अभियंता से की गई, इस दौरान पिछले दो माह की सैलरी एवं 15000 डीडी वापसी के लिए बात हुई। इस पर अधीक्षण अभियंता ने दुख जाहिर करते हुए बताया कि सरकार द्वारा दीवाली पर्व पर सैलरी देने का निर्देश जरूर दिया है, लेकिन कंपनी का पेमेंट अभी डिस्कॉम आफिस से नहीं पास हुआ हैं, जैसे ही बिल पास हो जाता है, इसी माह में सभी रीडरों के खाते में दो माह की सैलरी भेज दी जाएगी। सभी रीडरों का डीडी इसी माह के अंत तक वापस कर दिया जाएगा। इन सभी मांगो को माने जाने पर मीटर रीडरों का धरना समाप्त कर दिया गया है। जिला संरक्षक शिवदर्शन सिंह ने बताया कि दो मुद्दे पर अभी तक सहमति नहीं बनी, जिसमे हम लोगों की प्रमुख मांगे थी कि सभी मीटर रीडरों का कंपनी द्वारा श्रम विभाग के मुताबिक न्यूनतम मजदूरी 12000 प्रति माह दिया जाय एवं पेट्रोल भत्ता दिया जाय। साथ ही ज्वाइनिंग लेटर सभी रीडरों को दिया जाय। इन सभी मांगो पर भी 13 नवंबर तक सहमति बन जाएगी। निर्भय सिंह ने अधीक्षण अभियंता एव स्टार्लिंग कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी प्रथम मांग सर्किल मैनेजर नवनीत त्रिपाठी, जिनको 12 नवंबर को हटने का समय दिया गया है, यदि निर्धारित तिथि तक नहीं हटाता गए एवं मीटर रीडरों का न्यूनतम मजदूरी तय नहीं होने के साथ ही अन्य मांगें पूरी नहीं होती है तो 13 नवंबर को हमारे संगठन के जितने भी सरकारी एवं निविदा कर्मी एवं संविदा कर्मी है, सभी लोग अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर जिले के समस्त कैश काउंटर बंद कर विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे। सर्व सहमति से भूख हड़ताल किया जाएगा। वार्ता में जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा, जिला मंत्री विजयशंकर राय, अजय विश्वकर्मा, जेपी बाबू, मीटर रीडर संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी, संविदा मस्टरोल संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह, सुपरवाइजर शशिकांत भारती, शिवशंकर कश्यप, कृष्णकांत सिंह, रीडर सोनू तिवारी, मुकेश दुबे, सत्यपाल सिंह, प्रमोद यादव, बरुन राय एवं समस्त मीटर रीडर मौजूद रहे।

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