था पुलिस का पहरा, फिर भी सपाइयों ने मनाया फूलन देवी का शहादत दिवस

 था पुलिस का पहरा, फिर भी सपाइयों ने मनाया फूलन देवी का शहादत दिवस

गाजीपुर। सपा युवा नेता सत्येंद्र यादव सत्या के नेतृत्व में सपाइयों ने जोश-खरोख के साथ वीरांगना फूलन देवी का शहादत दिवस रविवार को मनाया। पुलिस छावनी में तब्दील तलवल मोड़ पर स्थित फूलन देवी की प्रतिमा पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजपाल कश्यप सहित अन्य सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण किया।

इस कार्यक्रम को लेकर सपा के युवा नेता सत्येंद्र यादव सत्या पिछले कई दिनों से तैयारी में जुटे थे। वह गांव-गांव जाकर युवाओं से संपर्क कर कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति बनाए थे। उधर कार्यक्रम को फ्लाफ करने के लिए पुलिस प्रशासन भी तैयारियों में लगा हुआ था। कार्यक्रम से एक दिन पूर्व कार्यक्रम स्थल पर पुलिस का पहरा हो गया। रविवार को पुलिस कर्मियों की संख्या में और इजाफा हो गया। बावजूद इसके सुबह करीब दस बजे पहाड़पुर से सत्या यादव के नेतृत्व में सैकड़ों सपाइयों का जुलूस अखिलेश यादव जिंदाबाद आदि नारे लगाते हुए कार्यक्रम स्थल तलवल के लिए रवाना हुआ। जैसे ही वहां तैनात पुलिस फोर्स के कानों में जुलुस की आवाज पहुंची, पुलिस एलर्ट हो गई। हालांकि पुलिस ने जुलूस को छेड़ा नहीं है।

फूलन देवी अमर रहे आदि नारों के बीच अध्यक्ष डा. राजपाल कश्यप सहित अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फूलन देवी के प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। इस मौके पर युवा नेता सत्या यादव ने कहा कि योगी सरकार बाबा साहब अंबेडकर, फूलन देवी और शहीद सैनिकों के साथ शहादत दिवस मनाने के लिए जाति के आधार पर भेदभाव करती है। फूलन देवी के शहादस दिवस कार्यक्रम के प्रति लोगों का उत्साह देख योगी सरकार डर गई है। रात में पुलिस गांव-गांव जाकर लोगों को कार्यक्रम में शामिल न होने की धमकी दी। बावजूद इसके लोग कार्यकर्ताओं में जोश-खरोश के साथ कार्यक्रम में पहुचें।

सपाई इस तानाशाही सरकार से डरने वाले नहीं है। आज के कार्यक्रम में भी पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन नेताओं और कार्यकर्ताओं का जोश के आगे उसका यह प्रयास असफल हो गया। पिछड़ा वर्ग सपा प्रदेश अध्यक्ष एमएलसी डा. राजपाल कश्यप ने कहा कि एक तरफ बीजेपी सरकार फूलन देवी की शहादत दिवस नहीं मनाने दे रही है।

जबकि वह अपने महापुरुषों की जयंती आदि मना रही है। हाल ही में जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख के चुनाव में सरकार द्वारा अराजकता की खुली छूट देकर लोकतंत्र का अपहरण कर लिया। प्रदेश में अपराध की आंधी चल रही है। आएदिन लूट, बलात्कार सहित अन्य आपराधिक घटनाएं हो रही है। इससे हर कोई अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। इस सरकार से त्रस्त जनता आने वाले चुनाव में भाजपा को जवाब देंगी।

नीट और शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाला कर योगी सरकार ने पिछड़ों, दलितों के तरक्की के सारे रास्ते बंद कर दिए, इससे इस सरकार का जाना तय है। कार्यक्रम में बिंद समाज के नेता सूरज राम बागी, गोपाल यादव, शिवपूजन यादव, पांचू, हुकुम यादव, राजेश कुशवाहा, अभिषेक यादव, पूर्व विधायक लालता प्रसाद, जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव, उपेंद्र यादव, परशुराम बिंद, अशोक बिंद, महेंद्र बिंद, नीतिल यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बजरंगी यादव सहित सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे।

उधर फूलन देवी के शहादत दिवस का कार्यक्रम सपा मुखिया के आह्वान पर कार्यक्रम होना था। बावजूद जिले के बड़े नेता इस कार्यक्रम में नदारद रहे। इसको लेकर सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों में चर्चा होती रही है। लोगों की चर्चाओं में यह बात प्रमुखता से शामिल थी कि शायद भारी फोर्स देख बड़े नेताओं ने कार्यक्रम से दूरी बनाना उचित समझा। यदि बड़े नेताओं का यही हाल रहा तो सपा मुखिया का 2022 का मिशन कैसे पूरा होगा।

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