गाजीपुर। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में उपासना के पर्व डाला छठ पर सूर्यदेव के अर्घ्य देने के लिए भोर से ही व्रती महिलाओं के गंगाघाटों पर जाने का सिलसिला शुरू हो गया। व्रती महिलाएं छठ मैया के गीत गाते हुए घाटों पर पहुंची।
पुत्र की प्राप्ति और उनकी सुख-समृद्धि की कामना के साथ व्रती महिलाओं ने मंगलवार की भोर उगते हुए सूर्य को अर्घ्र्य दिया। सिकंदरपुर, ददरीघाट, कलेक्टर घाट, अंजही, नवापुरा, पोस्टा घाट, स्टीमरघाट सहित अन्य घाटों पर पांच बजते-बजते शहर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
छह ईखों को वेदी के पास खड़ा किया। करीब एक से दो घंटे तक पूजन-अर्चन किया। सूर्योदय से कुछ पहले ही व्रती महिलाएं पानी में सूप लेकर खड़ी हो गई। सभी की नजरे सूर्यदेव की तरफ थी। जैसे ही भगवान भाष्कर ने आंखे खोली श्रद्धालु उनका जयघोष करने लगे।
इसके बाद दूध का अर्घ्र्य देने लगे।
सिकंदरपुर घाट पर गर्वजीत सिंह, हर्षजीत सिंह, विश्वजीत सिंह लाला,कार्तिक गुप्ता,शनि चौरसिया,शिवम त्रिपाठी अनिल राय,शाश्वत सिंह आदि समाजसेवियों ने अर्घ्र्य देने के लिए नि:शुल्क दूध की व्यवस्था किये थे।
सुरक्षा को लेकर नाव से जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा,एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद, सीओ सुधाकर पांडेय, कोतवाल दीनदयाल पांडेय नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल , पूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल चक्रमण करते रहे। इस दौरान व्रती महिलाओं ने पुत्र सहित परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही डाला छठ का अनुष्ठान पूरा हो गया।