गाजीपुर। शहर के लालदरवाजा इलाके में एक ही परिवार के कई लोगों के बुखार से ग्रसित होने की सूचना मिलते ही जिला मलेरिया अधिकारी की टीम उस क्षेत्र का निरीक्षण किया। टीम में सहायक मलेरिया अधिकारी राम सिंह और एसएलटी स्वामी नाथ और आलोक राय शामिल थे। जिला एपिडेमियोलाजिस्ट डा० शहबाज़ खान के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर बुखार के 6 मरीजों की मलेरिया तथा डेंगू की जांच रैपिड किट से की गई। जांच में सभी मलेरिया नेगेटिव और एक सम्भावित डेंगू का मरीज पाया गया। उसका नमूना कंफर्मेटरी टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया। लाल दरवाजा से 50 मीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों के अंदर और आसपास कंटेनरों की जांच की गई। लार्वा धनात्मक पाए गए कंटेनरों को मौके पर ही खाली करते हुए मकान मालिकों को इन कंटेनरों में दोबारा पानी भरने से रोकने की सख्त हिदायत दी गई। पहली जनवरी से सितंबर तक 15 व्यक्तियों के डेंगू धनात्मक होने की सूचना मिली है सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेज में बुखार के मरीजों की जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए मच्छरदानी युक्त दस बेड का वार्ड है जहाँ दो संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। ब्लाक स्तरीय चिकित्सालयों में कुल 73 मच्छरदानी युक्त बेड उपलब्ध हैं। इस वर्ष अब तक बुखार के 2315 मरीजों की रैपिड किट से जांच की गई है। जिसमें सम्भावित डेंगू के 16 मरीज चिन्हित हुए हैं। इनमें से 10 मरीज डेंगू निगेटिव पाए गए और 2 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है जागरूकता के लिए पंचायतीराज विभाग, नगर विकास विभाग,कृषि विभाग,पशुपालन विभाग और शिक्षा विभाग के साथ नियमित समन्वय किया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा० देश दीपक पाल ने अनुरोध किया है कि अपने घरों के अंदर और आसपास कही भी जलजमाव नही होने दें। अपने पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहने तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क और उपचार कराए।