डीएम ने नामित किया नोडल अधिकारी
गाजीपुर। विकास भवन के सभागार में बुधवार को प्रस्तावित जिला योजना संरचना वर्ष 2021-22 के अनुमोदनार्थ जिला योजना समिति की बैठक प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की अध्यक्षता में हुई। इसमें सर्वसम्मत से पिछली बैठक की कार्यवाई की पुष्टि की गई एवं जनपद के विभिन्न विकास से संबंधित विभागों की गहन समीक्षा की गई।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 वर्ष 2021-22 में अनुमोदित परिव्यय तथा वास्तविक व्यय के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस दौरान सदन द्वारा विभागवार कार्यों की समीक्षा के साथ ही अधूरे पड़े विकास कार्यों पर भी चर्चा की गई। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जनपद के लिए 5 अरब 48 करोड़ 3 लाख रुपये निर्धारित परिव्यय है, जिसको सदन के सदस्यों द्वारा सर्व सहमति से अपने प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि जनपद के भौगोलिक विकास के लिए जनपद में प्रदेश एवं शासन के अनेक विभागों द्वारा अनेकानेक योजनाए संचालित की जा रही है। क्षेत्र के विकास के साथ-साथ आम आदमी के जीवन एवं ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के स्वरोजगार के संबंध में अनेक योजनाओं जिला योजना के समस्त सदस्यों द्वारा अपनी सहमति दी है। सदन में प्रस्तावित कार्यों पर आवंटित बजट एवं व्यय की सूची को सम्मानित सदस्यों के सम्मुख पढ़कर सुनाया गया। प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी को सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्तावों के अनुमोदन के लिए जनपद में एक नोडल अधिकारी नामित करने का निर्देश दिया।
इस पर जिलाधिकारी ने पीडीडीआर डीए को नोडल अधिकारी नामित किया। बैठक के पश्चात मंत्री ने कृषि विभाग द्वारा किसानों में तिलहनी सरसों के उन्नतशील बीज का वितरण किया। तत्पश्चात विकास भवन परिसर में उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बनाए गए सरस शो-रूम समूह उत्पाद बिक्री केंद्र का निरीक्षण कर स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए वस्तुओं का अवलोकन किया। बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री संगीता बलवंत, सांसद अफजाल अंसारी, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिंह, विधान परिषद सदस्य लालबिहारी यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, सांसद बलिया प्रतिनिधि, जिलाधिकारी एमपी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह एवं जिला पंचायत तथा समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।