क्रूज के लिए बन रहा विद्युत ट्रांसमिशन टावर
रेवतीपुर (गाजीपुर)। सुहवल थाना क्षेत्र के कालूपुर के समीप गंगा नदी से होकर क्रूज ,मालवाहक जलपोतो के निर्बाध संचालन के लिए विद्युत ट्रांसमिशन टावर की ऊंचाई बढाई जाएगी। इसके तहत नदी के दोनों तरफ शासन के निर्देश पर करीब तीस करोड़ की लागत से दो नए विद्युत ट्रांसमिशन टावर बनाए जाएगें। पहले चरण के तहत उसके फाउंडेशन बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। विद्युत ट्रांसमिशन विभाग के अधिकारियों के अनुसार नदी के दोनों तरफ बन रहे इस टावर के मानसून से पहले बनाए जाने का समय सीमा निर्धारित है।बताया कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो इसका निर्माण जून तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद क्रूज व मालवाहक जलपोतो का निर्बाध तरीके से संचालन शुरू हो जाएगा।ट्रांसमिशन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में नदी के बीचोंबीच बने टावर जिसकी ऊंचाई करीब साठ मीटर है।उसके अपेक्षा बन रहे दो नए ट्रांसमिशन टावर उंचाई पहले वाले से डेढ गुना अधिक यानि करीब 102 मीटर ऊँचाई होगी,ताकि आए दिन नदी से होकर गुजरने वाले यात्री क्रूज,मालवाहक जलपोतो से एक दूसरे का सम्पर्क न होने पाए। मालूम हो कि नदी से होकर मालवाहक जलपोतो का संचालन करीब डेढ वर्ष पहले शुरू हुआ था,जिसके बाद आए दिन इन जहाजों के आते जाते समय सुरक्षा की दृष्टिकोण से नदी से होकर जाने वाले ट्रांसमिशन लाइन की आपूर्ति काट दी जाती थी।जिसके कारण दर्जनों विद्युत उपकेन्द्र सहित सैकड़ों गावों की बत्ती गुल हो जाती थी।विद्युत ट्रांसमिशन अधिकारियों के मुताबिक इन गगनचुम्बी टावरों के बन जाने के बाद क्रूजो व मालवाहक जलपोतो के नदी से होकर आते जाते समय ट्रांसमिशन लाइन की आपूर्ति बाधित नहीं होगी, साथ ही इसके नीचे से होकर जहाज आसानी से सुरक्षित तरीके से आ जा सकेगें।किसी तरह का दुर्घटना की सम्भावना नहीं रहेगी।विद्युत ट्रांसमिशन लाइन के अधिशासी अभियंता सतीश प्रसाद ने बताया कि नदी से क्रूज व मालवाहक जलपोतो के सुरक्षित संचालन के लिए विद्युत टावर की ऊंचाई बढाने का काम शुरू हो गया है। नदी के दोनों तरफ करीब तीस करोड़ रुपये से एक सौ दो मीटर ऊंचे दो नए टावर जून तक बनकर तैयार हो जाएगें।