गाजीपुर। शहर के चित्रगुप्त मंदिर परिसर में मंगलवार को भारतीय संविधान के निर्माण में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की भूमिका विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) शक्ति सिंह ने कहा कि संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष डा. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में न केवल संविधान का निर्माण हुआ, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संविधान का निर्माण संविधान समिति के विद्वानों ने किया। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारतवर्ष का संविधान पूर्ण और पुष्ट है।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा कि डा. राजेंद्र प्रसाद ने न केवल भारत को आजादी दिलाने के लिए संघर्ष किया, बल्कि संविधान के निर्माण से लेकर आजाद भारत को भी कुशल नेतृत्व दिया। आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी भूमिका अहम है। जयप्रकाश नरायण विश्वविद्यालय छपरा के पूर्व कुलपति मुख्य वक्ता प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने डा. राजेंद्र प्रसाद को सादगी, सुचिता और स्वाभिमान की त्रिवेणी बताया। विशिष्ट गोरखपुर के महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ कुलोदभव डा. राजेंद्र प्रसाद देश की गरिमा के लिए जीवन पर्यंत समर्पित रहे, उन्होंने निष्पक्ष रहकर आजीवन देश सेवा की। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) शक्ति सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं गोरखपुर महापौर मंगलेश श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। अतिथियों का स्वागत महामंत्री अजय श्रीवास्तव एवं उपाध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव द्वारा स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान कर किया गया। इस अवसर पर आनंद शंकर श्रीवास्तव, डा. रामदुलारे, डा. कृष्णानंद चतुर्वेदी, पत्रकार अजय राय, डा. निवेदिता सिंह, डा. सौम्या वर्मा, डा. रीतू श्रीवास्तव, डा. निरंजन यादव आदि मौजूद रहे। संचालन डा. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ‘अनंग‘ एवं आभार शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने प्रकट किया।