दुंधमुही के लिए विरेंद्र ने किया रक्तदान

 दुंधमुही के लिए विरेंद्र ने किया रक्तदान

गाजीपुर। समाजसेवा के क्षेत्र के कुंवर विरेंद्र सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कराने, खुद रक्तदान करने और अपने परिचितों-सहयोगितों से कराने के साथ ही अन्य तरह की समाजसेवा इनकी दिनचर्या में शामिल है। इसी क्रम में समाजसेवी ने रक्तदान कर दो माह की दुंधमुही की जान बचाने की नेकी की।
मालूम हो कि ललिता देवी की दो माह की बच्ची हीमोग्लोबिन बहुत कम होने के कारण जिला महिला अस्पताल में भर्ती हैं, जिसका ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव हैं। इस ग्रुप का खून ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्ची के परिजन बहुत परेशान थे। उनकी इस परेशानी का पता जैसे ही कचहरी निवासी समाजसेवी कुंवर विरेंद्र सिंह के परिचित शीर्षदीप तरुण को चला तो उन्होंने तत्काल समाजसेवी को इससे अवगत कराया। फिर क्या था, समाजसेवी श्री सिंह तत्काल श्मशान घाट से रवाना होते हुए अस्पताल पहुंच गए। बच्ची के परिजनों से मिल बच्ची के लिए रक्तदान कर उसकी जान बचाने की नेकी की। खून मिलत की बच्ची के परिजन खुश हो गए। आंखों में खुशी के आंसू लिए समाजसेवी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. राजेश सिंह, आरूष चौधरी, शीर्षदीप, तरुण, रजनीश मिश्रा, उमाशंकर जायसवाल, रजत मिश्रा आदि मौजूद थे। मालूम हो समाजसेवी कुंवर विरेंद्र सिंह लावारिश शवों का पोस्टमार्टम कराने के साथ ही अंतिम संस्कार कराने, लावारिशों का उपचार कराने, खुद रक्तदान करने और अपने परिचितों से कराने के साथ अन्य तरह की समाजसेवा करते हैं। यही नहीं कोरोनाकाल में इन्होंने कोरोना से मृत शवों का अंतिम संस्कार कराने की नेकी भी कर चुके है। विरेंद्र का कहना है कि ताउम्र समाजसेवा का कार्य करेंगे।

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