अधिकारी-कर्मियों ने पीड़ित मरीजों को गोद लेने के लिए जताई सहमति
—हुई बैठक, टीबी मुक्त भारत अभियान में डाक विभाग बनेगा सहयोगी
गाजीपुर। टीबी मुक्त भारत अभियान, जिले 2025 तक पूरा कर लेने का अभियान इन दिनों पूरे देश में चलाया जा रहा है। इसी को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 9 सितंबर को शुरू किए गए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत भारत को टीबी मुक्त करने एवं टीबी से ग्रसित रोगियों की देखभाल करने के लिए डाक विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को आह्वान किया था। इसके क्रम में सोमवार को मुख्य डाकघर महुआबाग में इस अभियान को लेकर बैठक की गई, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. मिथिलेश सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा डाक कर्मियों को टीबी मुक्त भारत के लिए आह्वान किया गया था, जिसको लेकर सोमवार को मुख्य डाकघर में डाकपाल रामबचन राम एवं कार्यालय अधीक्षक डाकघर रोहित वर्मा के उपस्थिति में कार्यक्रम किया गया। उन्होंने बताया की मुख्य डाकघर के सभी डाक विभाग के कर्मचारियों को टीबी लक्ष्य, जांच, उपचार एवं बचाव के बारे बताया गया। क्षयरोग के प्रति जागरूक किया गया। इसी क्रम में क्षयरोग से पीड़ित मरीजों को गोद लेने के लिए भी बताया गया, जिससे टीवी के मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके। पोस्टल विभाग के सभी कर्मचारियों एवं अधिकारी ने क्षयरोग से पीड़ित मरीजों को गोद लेने के लिए सहमति जताई तथा अपना रजिस्ट्रेशन निक्षय मित्र के रूप में कराने के लिए सहमति प्रदान किया। कार्यक्रम में क्षयरोग विभाग के पीपीएम अनुराग कुमार पांडेय, एसटीएस सुनील कुमार वर्मा, एसटीएलएस वैंकटेश प्रसाद शर्मा, संजय सिंह यादव तथा पोस्टल विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।