सीनियर डीईएन ने किया ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना का निरीक्षण
—कहा, निर्धारित समय पर कार्य को पूरा करें कार्यदायी संस्थान
गाजीपुर। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी डिविजन के सीनियर डीईएन (क्वार्डिनेशन) राकेश रंजन जिले के जमानियां में लंम्बित ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के ट्रैक लिंकिंग, इलेक्ट्रिफिकेशन सहित अन्य कार्यों का जायजा लेने अपने एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को आरवीएनएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक विकास चंद्रा के साथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ट्रैक लिंकिग, विद्युतीकरण, चैनल स्लीपर सहित अन्य कार्यों में लेट-लतिफी को लेकर नाराजगी जाहिर की। निर्देशित किया कि दो माह के अंदर इसे हर हाल में पूरा कर लिया जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने हिदायत दिया कि इस पूरे परियोजना पर सीधे पीएमओ कार्यालय की नजर बनी हुई है। इसको लेकर उनके कार्यालय की तरफ से 2022 दिसंबर तक परियोजना को पूरा करने का टास्क मिला है। समय से कार्य पूरा न करने वाली कार्यदायी संस्थान पर भारी जुर्माना लगाए जाने के साथ ही उसे काली सूची में डाला जा सकता है। परियोजना के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पुल की सुरक्षा को लेकर भी गहनता से विचार-विमर्श किया। स्टेशनों और रेलसह सड़क पुल के नामकरण को लेकर बताया कि यह अधिकार क्षेत्र मंत्रालय व सरकार के अधीन है। इसके बारे में परियोजना के उद्घाटन के दौरान घोषणा की जा सकती है। साथ ही उन्होंने वर्कशाप, निर्माणाधीन स्टेशन का भी मुआयना करने के तत्पश्चात कार्यदायी संस्थान व इंजीनियर संग समीक्षा बैठक कर प्रगति का जायजा लिया, जिसमें हर हाल में इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर आरवीएनएल के पीडी जीवेश ठाकुर, एसपी सिंग्ला के पीएम अमनदीप गोयल, जीपीटी के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार, विद्युत राव, सुनील सिंह, राकेश कुमार, रितेश सिंह, राजेन्द्र ग्रेवाल, अजय राय, विनय सिंह आदि मौजूद रहे।