कृषि विज्ञान केंद्र में हुई हर घर तिरंगा अभियान की शुरूआत

 कृषि विज्ञान केंद्र में हुई हर घर तिरंगा अभियान की शुरूआत

गाजीपुर। आजादी का अमृत महोत्सव व हर घर तिरंगा अभियान के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कालेज के परिसर में किसान सम्मान व किसान रैली का आयोजन शुक्रवार को किया गया। इसमें 15 अगस्त को भारत सरकार द्वारा आजादी की 75वीं वर्षगांठ को आजादी का अमृत महोत्सव के नाम से नामांकित किया गया है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान की शुरूआत की गई। 75 किसानों को पौध, तिरंगा एवं सम्मान-पत्र भेंट किया गया।
इस मौके पर केंद्र के चेयरमैन एवं उप्र शासन हाईकोर्ट इलाहाबाद के अपर महाधिवक्ता अजीत कुमार सिंह ने अपने संदेश में कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र भारत में कृषि आधारित ऐसा विस्तार केंद्र है, जिसका काम किसानों को खेती की नई-नई जानकारियों से परिचित कराना है। खेती-बाड़ी करने वाले किसानों और कृषि से संबंधित रोजगार में शामिल लोगों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ज्ञान का भंडार हैं। साधारण शब्दों में कहें तो कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की हर समस्या का समाधान है, लेकिन जानकारी के अभाव में किसान इन केंद्रों से मिलने वाले लाभ को नहीं ले पाते हैं। किसानों को खेती की नवीनतम जानकारी के साथ-साथ प्रशिक्षण की सुविधा मिले, इसी को ध्यान में रखकर हमारे देश में जिला स्तर पर कृषि विज्ञान केंद्रों की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र ऐसी संस्था है, जो किसानों के लिए प्रशिक्षण से लेकर विभिन्न कृषि उत्पादन प्रणालियों के अंतर्गत नई तकनीक, बीज एवं रोपण सामग्री को किसानों के खेत पर परीक्षण आदि करने तक का कार्य करती हैं। कृषि विज्ञान केंद्र किसानों के लिए प्रशिक्षण, कृषि उत्पादन बढ़ाने की नई तकनीक और कृषि व्यवसाय के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता हैं। केंद्र के सीनियर साइंटिस्ट एंड हेड/प्रभारी डा. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि केवीके की प्रभावशीलता को मापना मुश्किल है, क्योंकि केवीके द्वारा बड़ी संख्या में किसानों को सेवा दी जाती है और केवीके और किसानों के बीच बड़े पैमाने पर ऑफ़लाइन संचार होता है। इस कारण से पिछले 20 वर्षों में अनुसंधान ने केवीके की क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया है ताकि वे किसानों के साथ अपने संचार के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से आईसीटी का उपयोग कर सकें। केवीके के अपने लाभार्थियों के साथ संचार के पूरक, मौसम की जानकारी और बाजार मूल्य निर्धारण जैसी सलाह साझा करते हुए अनुप्रयोगों की अधिकता विकसित की गई है। मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्त ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत हो रहे कार्यक्रमों में कृषि विज्ञान केंद्र का महत्वपूर्ण योगदान है। समस्त जानकारी को हर घर तिरंगा अभियान से जोड़ने के लिए कहा। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक यतीन्द्र सिंह, जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह, जिला उद्यान अधिकारी शैलेन्द्र दुबे, कृषि विज्ञान केंद्र आंकुसपुर डा. आरसी वर्मा, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा. रावत, डा. डीके सिंह, डा. एसके सिंह, डा. डीपी श्रीवास्तव, आशीष कुमार बाजपेयी, आशुतोष सिंह, डा. पीके सिंह, सुनील कुमार सहित 120 किसान उपस्थित थे।

You cannot copy content of this page