मंगनियार लोक संगीत की धुन से मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
—सनबीम स्कूल में हुआ राजस्थानी मंगनियार लोक संगीत का आयोजन
गाजीपुर। नगर के सनबीम स्कूल महाराजगंज में स्पीक मैके तथा सनबीम स्कूल गाजीपुर के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को विद्यालय परिसर में राजस्थानी मंगनियार लोक संगीत का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक कलाकारों ने छात्रों के समक्ष मंगनियार लोक संगीत की शानदार प्रस्तुति की।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के चेयरमैन कृष्णपाल सिंह तथा अतिथि कलाकार खेते खान द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
इस अवसर पर छात्रों ने मंगनियार लोक संगीत से संबंधित बारीकियों को देखा और सीखा तथा कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों से विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे, जैसे कालबेलिया का मतलब क्या होता है, कालबेलिया जनजाति किस लिए जानी जाती है, स्पिक मैके आंदोलन क्या है और इसकी आवश्यकता क्यों है तथा इसके साथ ही मंगनियार लोक संगीत के प्रति रूची दिखाई। कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों ने मंच पर उपस्थित होकर मंगनियार लोक संगीत द्वारा इस तरह स्थापित किया गया कि दर्शक तत्कालिक वातावरण में पूरी तरह कार्यक्रम के साथ जुड़े रहे।
ज्ञात हो कि मंगनियार लोक संगीत भारत वर्ष के राजस्थान के मुस्लिम समुदाय का पारम्परिक लोक संगीत है। मंगनियार खुद को राजपूतों का वंशज मानते है और रेगिस्तान के लोक संगीतकार के रूप में प्रसिद्ध है। इनका गीत पीढ़ी से पीढ़ी तक रेगिस्तान के मौखिक इतिहास के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। वे सिकंदर एवं स्थानीय महाराजाओं तथा पिछली लड़ाइयों के बारे में गीत गाते है। इसमें भाग लेने वाले कलाकार मंच का पूरा उपयोग करते है तथा अपने संगीत के माध्यम से श्रोताओं को जीवंत दृश्य का अनुभव कराते है।
इस लोक नृत्य में प्रायः वीर रस पर आधारित संगीत का प्रयोग होता है और वाद्य यंत्रों का प्रयोग होता है। अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत करते हुए विद्यालय के चेयरमैन कृष्णपाल सिंह, डायरेक्टर शोभा सिंह, डायरेक्टर नवीन सिंह, असिस्टेंट डायरेक्टर प्रवीण सिंह, स्मिता सिंह ने विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस अवसर पर स्पीक मैके के संयोजक खेते खान, एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों सहित उप प्रधानाचार्या तहसीन आब्दि, को-आर्डिनेटर, समस्त अध्यापकगण अमित श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह, आशीष तिवारी और सनबीम स्कूल दिलदारनगर के प्रधानाचार्य दीपक शा आदि उपस्थित रहे। संचालन सरोन जालान ने किया। अंत में प्रधानाचार्या अर्चना कुमारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।