महात्मा गांधी के अत्यंत प्रिय थे राजेंद्र बाबूःआशुतोष सिन्हा

 महात्मा गांधी के अत्यंत प्रिय थे राजेंद्र बाबूःआशुतोष सिन्हा

गाजीपुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में देश के प्रथम राष्ट्रपति, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, संविधान सभा के अध्यक्ष रहे डा. राजेंद्र बाबू की पुण्यतिथि पर पीरनगर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी से पूर्व सदर सपा प्रत्याशी जैकिशन साहू सहित कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया और देश की संविधान की रक्षा करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने डा. राजेंद्र बाबू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि डा. राजेंद्र बाबू इस देश के महान नेता थे। वह शुचिता और विद्वता तथा सरलता और सादगी के प्रतीक थे, अत्यंत मेधावी थे। वह महान कानूनविद होने के साथ-साथ सरलता और सादगी के प्रतीक थे, महात्मा गांधी के अत्यंत प्रिय थे। उन्हें बिहार का गांधी भी कहा गया। वह इतने नैतिक और ईमानदार थे की उनके राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म होने के बाद उनके पास रहने के लिए अपना कोई निजी आवास नहीं था। उन्होंने बिहार कांग्रेस कमेटी के कार्यालय सदाकत आश्रम को अपने रहने का ठिकाना बनाया। वह हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत हैं, उनका जीवन हम सबके लिए अनुकरणीय है। इस अवसर पर महासभा के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव, विपुल श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, संजय सेवराई, परवेज अहमद सभासद, सदानंद यादव, आत्मा यादव, विभा पटेल, दिनेश यादव आदि उपस्थित थे। संचालन महासभा के जिला सचिव शैल श्रीवास्तव ने किया।

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