समाजसेवा को मैं अपना धर्म मानता हूंःयशवंत
गाजीपुर। समाजसेवा को मैं अपना धर्म मानता हूं। लोगों का सहयोग करने से मेरे मन को सुकून मिलता है। मेरी सोच यह है कि यदि मेरे थोड़े से प्रयास से किसी की परेशानियों का समाधान होता है तो यह सोच अच्छी है। दूसरों के लिए जीना मुझे अच्छा लगता है। मैं आजीवन समाजसेवा का कार्य करता रहूंगा। यह बातें जिले के नंदगंज निवासी समाजसेवी यशवंत यादव ने जारी विज्ञप्ति में कही।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच जब देश की हालत खराब होने लगी और पूर्वांचल की स्वास्थ व्यवस्था चरमराने लगी, तब मैंने सोशल मीडिया के माध्यम से दर्जनों लोगों को ब्लड, प्लाज्मा दिलवाने के साथ ही आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराई। गरीबों का उपचार कराने के साथ ही उन्हें आर्थिक मदद उपलब्ध कराया। कोरोना काल में रोजगार बंद होने से जिन गरीब बच्चों के माता-पिता काफी-किताब खरीदने में असमर्थ थे, ऐसे तमाम बच्चों को कापी-किताब उपलब्ध कराया। श्री यादव ने कहा कि इस तरह समाजसेवा आगे भी जारी रहेगी।