लाल निशान से तीन मीटर नीचे बह रही पतित पावनी
–बारह सेंमी प्रति घंटे की रफ्तार से जल स्तर में हो रही वृद्धि
—बाढ़ की आशंका से तटवर्ती इलाकों के लोगों की बढ़ने लगी है धड़कन
गाजीपुर। गंगा के जलस्तर से लगतार बढ़ोत्तरी का क्रम जारी है। दो दिन पहले जहां छह सेंमी की रफ्तार से बढ़ोत्तरी हो रही थी, वहीं सोमवार की सुबह दस बजे के बाद यह रफ्तार बढ़कर 12 सेंमी प्रति घंटा रफ्तार हो गई। खतरा के निशान से तीन मीटर गंगा बह रही है। अनुमान है कि आगे भी बढ़ाव जारी रहेगा। ऐसे में गंगा की लहरों पर तटवर्ती लोगों की निगाहें पूरी तरह से टिक गई हैं और उन्हें बाढ़ की आशंता सताने लगी है।
मालूम हो कि पिछले कुछ दिन पहले हथिया कुंड बाढ़ हरियाणा से पानी छोड़े जाने सेगंगा के जलस्तर में जल स्तर छह सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार से वृद्धि का क्रम शुरु हो गया था। इससे खासकर तटवर्ती इलाकों के लोगों के दिल की धड़कने तेज होने लगी है। फिर भी लोगों के मन यह आश थी कि शायद जलस्तर में वृद्ध का क्रम थम जाए। लेकिन उनकी यह आशा निराशा में तब्दील होती नजर आ गई। जलस्तर की रफ्तार थमने की बजाय और बढ़ गई। 12 घंटा सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में वृद्ध का क्रम शुरु हो गया।
अगर एक-दो दिन तक इसी रफ्तार से जलस्तर में वृद्ध होती रही तो इटवर्ती इलाकों के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर जाएगा। इससे तटवर्ती इलाकों के लोगों को बाढ़ की आशंका सताने लगी है। इस संबंध में केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी हसनैन ने बताया कि सोमवार की सुबह 10 बजे 59.140 और 11 बजे 59.260 वृद्धि दर्ज की गई। 10 से 12 सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में वृद्ध हो रही है। गंगा खतरा की निशान से तीन मीटर नीचे बह रही है।