योग से शरीर बलवान और मस्तिष्क प्रज्ञावान बनता हैः डा. एसडी सिंह

 योग से शरीर बलवान और मस्तिष्क प्रज्ञावान बनता हैः डा. एसडी सिंह

गाजीपुर।पीजी कॉलेज में दो से 6 अप्रैल तक बीएड प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए पांच दिवसीय योग प्रशिक्षण आयोजन हुआ। शनिवार को योग शिविर के समापन पर बीएड विभाग के अध्यक्ष एवं मुख्य नियंता प्रोफेसर डॉ एसडी सिंह परिहार ने कहा कि योगाभ्यास से हमारा शरीर बलवान, मस्तिष्क प्रज्ञावान और हृदय श्रद्धावन बनता है। योग का मूल दर्शन सभी प्रकार के व्याधियों की समाप्ति तथा समाधि की प्राप्ति है । प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को जो भी योग से संबंधित जानकारी मिली है, उसे व्यक्तिगत जीवन में उतारकर वह एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका अदा कर सकते हैं। योग ही दुर्भावना और दुष्कर्म आदि नकारात्मक प्रवृत्तियों से मनुष्य को निजात दिलाने का रास्ता है।बताते चले कि यह योग शिविर 2 अप्रैल को महाविद्यालय परिसर में भारत स्वाभिमान एवं पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में प्रारंभ हुई थी। योग शिक्षक राधेश्याम ओझा की ओर से छात्र-छात्राओं को योग की बारीकियां सिखाई गई। शिविर के दौरान योग गुरु ओझा ने पतंजलि के अष्टांग योग, महर्षि अरविंद के समग्र योग की विशेषता के साथ ही यह नियम आसन व्यवस्था को विस्तार से बताया।योग सैद्धांतिक रूप से बिंदुवार छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गयी। इस विशेष योग कैंप के दौरान प्रतिदिन साढे पांच बजे से 9:30 बजे तक छात्र-छात्राओं को योग प्रशिक्षण एवं योग्य अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर अरुण कुमार सिंह, डॉक्टर योगेश कुमार, डॉक्टर रामदुलारे , डॉक्टर धर्मेंद्र डॉक्टर गोपाल यादव ,डॉक्टर अमरजीत डॉ संजय कुमार सुमन, मुरारी सुभाष आदि उपस्थित रहे।

You cannot copy content of this page