होली मिलन समारोह में हास्य व्यंग के उड़े गुलाल

 होली मिलन समारोह में हास्य व्यंग के उड़े गुलाल

गाजीपुर। अति प्राचीन राम लीला कमेटी “हरिशंकरी” के तत्वाधान में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली मिलन समारोह सांयकाल अति प्राचीन राम चबूतरे पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्र जी के फोटो पर माल्यार्पण और आरती उपरांत काव्यगोष्ठी के साथ संपन्न हुआ, इस अवसर पर देश प्रदेश के ख्यातिलब्ध कवियों ने हास्य व्यंग की पिचकारी से श्रोताओं पर खूब रंग बरसाए, जिसे सुनकर मौजूद लोगों ने होली मिलन समारोह का खूब आनंद लिया। इस अवसर पर परंपरागत ढंग से श्रोताओं के बीच संस्था द्वारा भरुका में ठंढई का वितरण किया गया। माहौल के हिसाब से फजीहत गहमरी ने अपनी मशहूर रचना स्वयं पर न्योछावर करते हुए कहा कि…पत्नी हो रण चंडिका, चोट्टा ससुरा सार, मिले सास खूंखार ले हास्य कवि अवतार। हेमंत निर्भीक ने कहा तिरंगे में लिपट के देख तेरा ये लाल आया है, नालायक कहती थी जिसको, वतन के काम आया है , डंडा बनारसी ने कहा खौफ तो हम जरा नहीं करते मौत से भी डरा नहीं करते,
आपका साथ भी जरूरी है हम अकेले मरा नहीं करते। नागेश शांडिल्य (हास्य व्यंग)होली मिलन समारोह में प्रदेश और देश के ख्यातिलब्ध कवियों में प्रमुख रूप से डंडा बनारसी, फजीहत गहमरी, पूनम श्रीवास्तव, हेमंत निर्भीक, अंबुज मिश्र ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं पर हास्य व्यंग के खूब गुलाल छोड़े, कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि नागेश शांडिल्य ने किया, कार्यक्रम में संस्था के पदाधिकारियों ने कवियों को अबीर गुलाल लगाकर, फूलों की माला के साथ अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कमेटी के वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार अग्रवाल ने किया।इस मौके पर उपाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, रामजी पांडेय, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, असित सेठ, अजय पाठक, राजेंद्र विक्रम सिंह, वरुण अग्रवाल, डॉ० यूसी राय, अमरनाथ तिवारी, जय सूर्य भट्ट, प्रह्लाद पांडेय, कमलेश सिंह, सभासद संदीप श्रीवास्तव, मनोज तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे। होली मिलन समारोह संपन्न होने के बाद मंत्री ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बच्चा तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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