गाजीपुर।71वीं जनपदीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ नवीन स्टेडियम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन व प्रतियोगिता का ध्वजारोहण कर किया । इसके बाद उन्होने ने उपस्थित समस्त प्रतिभागियों, शिक्षक, अधिकारियों को खेल की शपथ दिलायी । विभिन्न विकास खण्डो द्वारा विभिन्न परिधानों में मार्च पास्ट किया गया जिसकी सलामी जिलाधिकारी द्वारा लिया गया । दो दिवसीय प्रतियोगिता के प्रथम दिवस-600 एवं 400 मीटर दौड़, गोला फेक, लम्बी एवं उची कूद, खो खो, डिस्को थ्रो, वॉली बॉल आदि प्रतियोगिता का आयोजन प्राथमिक एवं जूनियर स्तर के बालक एवं बालिका वर्ग में किया गया । पहले दिन में जूनियर स्तर के 600 मी० दौड़ में बालक वर्ग में विकास खण्ड ज़खनिया प्रदीप चौहान एवं बालिका वर्ग में विकास खण्ड करण्डा की निशा कुमारी ,प्राथमिक स्तर 400 मी० दौड़ में बालक वर्ग में विकास खण्ड देवकली के रवि किशन एवं बालिका वर्ग में विकास खण्ड देवकली की कुमारी अंशु ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । जिलाधिकारी ने कहा कि खेल में अनुशासन का एक अपना महत्व है ।खेल में स्पोर्ट्समेन स्पिरिट एक अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऐसा कार्यक्रम परिषदीय बच्चों के प्रतिभाओं का प्रदर्शन करने को मंच प्रदान करता है एवं जो कला परिषदीय बच्चों ने दिखाया है। वह प्रंसनीय है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बच्चों से अनुशासित होकर क्रीडा प्रतियोगिता में प्रदर्शन करने कि अपेक्षा करते हुए गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंडल विजेता बनने के साथ प्रदेश विजेता बनने का संकल्प व्यक्त किया। कार्यक्रम को स्पोंसर करने में आई०सी०आई०सी०आई० बैंक द्वारा किये गए योगदान की सराहना भी की। समारोह में जिला क्रीडा अधिकारी अरविन्द यादव, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक शिक्षक संघ, जूनियर हाई स्कूल संघ, वि० बीटी सी० संघ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों में जीतेन्द्र यादव, राध्येश्याम यादव, इसरार अहमद, अजय कुमार, प्रमोद उपाध्याय, राजेश सिंह सूर्यवंशी, सूर्यप्रताप सिंह, रामप्रताप यादव, जगदीश प्रसाद, राधेश्याम यादव, जिला व्यायाम शिक्षक अश्वनी राय, जिला स्काउट शिक्षक श्रीकांत, सुशील गुप्ता, नीरज सिंह, राजीव, पीयूष, अदनान, विपिन, प्रेम उपाध्याय आदि लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डा० दुर्गेश प्रताप सिंह एवं भगवती प्रसाद तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।