गाजीपुर। समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन आईटीआई में सम्पन्न हुआ। इसका शुभारम्भं मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । सामूहिक विवाह में कुल 290 जोड़ो का विवाह पूरे विधि विधान के साथ हुआ। सामूहिक विवाह में नव दाम्पत्य को विवाह प्रमाण पत्र एवं पौध रोपण के लिए आम का पौधा उनके हाथो में दिया गया। विवाह कार्यक्रम में मंच से ही मुख्य अतिथि ने बटन दबाकर 35 हजार रूपये की धनराशि वधुओं के खाते में हस्तान्तरित किया। अध्यक्ष सरिता ने कहा कि नव विवाहित जोड़ो ने सात फेरे लेकर एक साथ रहने का जो संकल्प लिया है उसे आजीवन निर्वहन करे। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम योजना एक कल्याणकारी योजना है। जिसमें हजारों की संख्या में बेटियों के हाथ पीले किये जा चुके है। मुख्यमंत्री ने इस योजना के माध्यम से गरीब, मजदूर एवं असहाय परिवारों को इसका लाभ दिया है और आगे भी इस योजना के माध्यम से बेटियों का विवाह सम्पन्न कराया जायेगा। उन्होने कहा कि दहेज लेना और दहेज देना एक दण्डनीय अपराध है। उन्होने कहा कि आज जो भी बेटियां अपने ससुराल विदा हो रही है तो उनके ससुराल पक्ष के लोग उन्हे बहु न बल्कि बेटी बनाकर घर ले जाये। उन्होने सभी नव दाम्पय से निवेदन किया कि शादी के बाद गर्भ का भ्रूण परिक्षण न कराये जो भी बच्चा हो उसे सम्मान के साथ परिवार में लाये। समारोह में सीडीओ संतोष कुमार वैश्य, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र सरोज ,मंत्री ओमप्रकाश राजभर के प्रतिनिधि सिंहासन राम, जिला समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।