गाजीपुर। राज्य महिला आयोग की सदस्य गीता बिन्द ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में पुलिस अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में सुनवाई किया। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार महिला आयोग पूरी तरह से महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा एवं अन्य किसी भी प्रकार के उत्पीड़न से न्याय दिलाने हेतु संवेदनशील है। विकास के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं/बालिकाओं की भागीदारी मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होने कहा कि आयोग में सुनवाई के दौरान महिलाओं की समस्याओं का गहन विश्लेषण कर अन्य संबंधित अधिकारियों के सहयोग से उचित कार्यवाही कर उसका समाधान करना उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। सुनवाई के दौरान आठ शिकायत पत्र प्राप्त हुए। शिकायत पत्रो का उनके द्वारा निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया । उन्होने कहा कि अधिकारी किसी भी शिकायत को मौके पर जाकर सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण कराएं। यदि निस्तारण में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो प्रशासन का सहयोग लेकर दोषी के विरूद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होने जिला महिला चिकित्सालय, आगनबाड़ी केन्द्र प्रसादपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला सदस्य ने महिला चिकित्सालय में कन्या जन्मोत्सव मनाया। जिसमे बच्चियों को बेबीकिट, कपड़ा व मिठाई आदि का वितरण किया । इसके बाद जिला कारागार में महिला बंदियों से मिलकर उनका हाल जाना।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शहर ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद, डिप्टी कलेक्टर/प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी ज्योति चौरसिया, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय कुमार सोनी , जिला समाज कल्याण अधिकारी रामनगीना यादव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एमके सिंह, महिला थानाध्यक्ष नीलम मिश्रा, जिला संरक्षण अधिकारी गीता श्रीवास्तव, सेन्टर मैनेजर प्रियंका प्रजापति, बी ई ओ नगर मिनहाज आलम, प्रभारी एडीओ रमेश कुमार यादव, सामाजिक कार्यकर्ता आभा कुशवाहा, डीएचडब्ल्यूओ पारस नाथ एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे।