नदी में डूब रहे व्यक्ति को बचाने का रेस्क्यू करने का किया गया पूर्वाभ्यास

 नदी में डूब रहे व्यक्ति को बचाने का रेस्क्यू करने का किया गया पूर्वाभ्यास

… डीएम की मौजूदगी में कलक्टर घाट पर बाढ़ से बचाव को लेकर किया गया मॉक ड्रिल।
… बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की कमान संभालेगा आपदा प्रबंधन

गाजीपुर । जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ओर से गुरूवार को शहर के कलक्टर गंगा घाट पर बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य की मॉक ड्रिल एक्सरसाइज आयोजित की गई। इसमें
बाढ़ के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने के लिए प्रदेश व जनपद स्तर पर पूर्वाभ्यास एवं क्षमता का निर्माण करने के उद्देश्य से नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसी के तहत कलक्टर घाट पर मॉक ड्रिल कर आकस्मिक बाढ के आ जाने की स्थिति या नौका डूबने पर किसी डूबते हुए व्यक्ति को गंगा नदी से बचा कर निकालने व तत्काल प्राथमिक चिकित्सा हेतु भेजवाने की प्रक्रिया संयुक्त रूप से बचाव दल व चिकित्सकों की टीम द्वारा प्रदर्शित की गयी। मॉक ड्रिल के समय इंसिडेंट कमांड व कम्यूनिकेशन पोस्ट भी स्थापित कर प्रदर्शित किया गया।

जहां बाढ से प्रभावित व्यक्तियों को आवश्यक जानकारी प्राप्त करते देखे गये। मॉक ड्रिल के अन्तर्गत आपदा से प्रभावित जनसंख्या को उनके घरों से सुरक्षित निकाल कर बाढ़ राहत शिविर पर पहुचाया गया। जहां प्रभावित व्यक्तियों के लिए मेडिकल कैम्प, खाद्य एवं रसद विभाग के अन्तर्गत भोजन व्यवस्था हेतु शिविर लगाया गया था। मॉक ड्रिल में प्रभावित पशुओं की देखभाल के लिए पशुपालन विभाग कैम्प भी स्थापित किया गया। आपदा से बचाव हेतु एसडीआरएफ फोर्स मुस्तैद रही है।
मांक ड्रिल के दौरान राजस्व विभाग , पुलिस, चिकित्सा, पशु चिकित्सा, आपूर्ति विभाग, पशुपालन, पंचायती राज विभाग,एवं आपदा विशेषज्ञ सहित अन्य विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।

माकड्रील में बताया गया कि आपदा प्रबन्धन के अन्तर्गत इंसीडेंट रिस्पान्स सिस्टम-आईआरएस एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसे प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019 में अधिसूचित किया गया है। आईआरएस के अन्तर्गत प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु सम्बंधित अधिकारियों/कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें उनके कार्यों के प्रति उत्तरदायी बनाया गया है। मॉक अभ्यास के अन्तर्गत आगामी संभावित बाढ़ आपदा की तैयारियों हेतु जनपद स्तर पर निम्न महत्वपूर्ण गतिविधियों का पूर्वाभ्यास किया गया, जिसमें आपदा पूर्व चेतावनी के आधार पर आवादी को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, बाढ़ से घिरे गांवों व लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में आपातकालीन राहत सामग्री पहुंचाना, घायलों व मृतकों को निकालना ,गोताखोरों व अन्य बलों की सहायता से लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालकर राहत केन्द्रो पर पहुचाने आदि के सम्बन्ध मे मॉक ड्रिल के माध्यम से बताया गया
  इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रोहन पी. बौत्रे, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर जिलाधिकारी वि0/रा, वरिष्ठ कोषाधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद सहित अन्यअधिकारी मौजूद रहे।

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