गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के मार्गदर्शन में रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकी की जयंती जिले में मनाई गई। श्रीराम, हनुमान जी के मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण के साथ ही रामायण का पाठ हुआ। महर्षि वाल्मीकि जयंती पर मंदिरों में अनवरत रामायण पाठ, भजन और भक्तिमय लोकगीत का आयोजन किया गया। बताते चलें कि महर्षि बाल्मीकि विश्व के आदि कवि हैं। रामायण विश्व के आदि ग्रंथ के रूप में आज भी पूज्यनीय है, जो व्यक्ति, समाज एवं राष्ट्रीय मूल्यों के निर्माण में वैश्विक स्तर पर मार्गदर्शन का आधार है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। बाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों के व्यापक प्रचार- प्रसार व जन सामान्य को इससे जोड़ने के लिए महर्षि वाल्मीकि, श्री राम, हनुमान जी से संबंधित मंदिरों पर दीप प्रज्वलन, दीपदान के साथ साथ वाल्मीकि रामायण का पाठ कराया गया है,इसी क्रम में राम जानकी मंन्दिर जमानियां, कबीर मठ बेलसरी, हनुमान मन्दिर ओड़राई, मौनी बाबा धाम, सोमेश्वर महादेव मंन्दिर, हनुमान मन्दिर जमानिया, हनुमान मंदिर भावरकोल एवं भदौरा सहित अन्य मंदिरों में बाल्मीकि रामायण का पाठ, भजन गायन एवं पूजा अर्चन किया गया।