अवसर की समानता ही महिलाओं की स्थिति में ला सकता है बदलावःप्रो. विजेंद्र
भांवरकोल (गाजीपुर)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना खरडीहा महाविद्यालय खरडीहा की ओर से भारत के विकास में महिलाओं का योगदान विषय पर एक संगोष्ठी/व्याख्यान का आयोजन मंगलवार को किया गया। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विजेंद्र सिंह ने वाग्देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि यदि महिलाओं की स्थिति में बदलाव लाना है तो अवसर की समानता ही एकमात्र विकल्प है।
महाविद्यालय की डा. विनीता शुक्ला ने कहा कि भारत में महिलाओं का समस्त प्रकृति प्रदत्त अधिकारों का स्थानांतरण ही उनके विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। डा. आनंद कुमार त्रिपाठी ने ऐतिहासिक संदर्भ में महिलाओं की स्थिति का उल्लेख किया। कहा कि कि वैदिक काल में भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति सम्मानजनक थी। उत्तर वैदिक काल के पश्चात इनकी स्थिति में गिरावट आई, वही स्थिति आज भी विद्यमान है। डा. सेतबंध प्रसाद वैस ने कहा कि महिलाओं की जीवन स्तर में बदलाव, उनको शिक्षा देकर ही किया जा सकता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा. अवनीश कुमार राय ने सभी स्वयंसेवकों से अपील किया कि महिलाओं के सम्मान की समानता के लिए समाज को जागरूक करते हुए अपने कर्तव्य का पालन करें। इस अवसर पर डा. रत्न प्रकाश द्विवेदी, डा. सुशील कुमार सिंह यादव, रूपेश राय, मेहंदी हसन के साथ ही सभी कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। अंत में कार्यक्रम अधिकारी डा. अवनीश कुमार राय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।