गिलोय त्रिदोष नाशक महा औषधिःजयप्रकाश योगी
—जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य का जन्मदिवस
गाजीपुर। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में स्वामी सहजानंद पीजी कालेज मां गंगा के पावन तट पर 25 योग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ बुधवार को हुआ। प्रातः योगाभ्यास के बाद आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण जी के जन्मदिवस को जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया।
ऋषियों के इस दिव्य ज्ञान परम्परा को आगे बढ़ाते हुए आंवला, एलोवेरा (घृतकुमरी), गिलोय, तुलसी, नीम, पीपल, बेल, शीशम, मदार (आक), भूमि आंवला, मकोय, ब्राह्मी, पुनर्नवा, शंखपुष्पी, नीबू, हरसिंगार आदि औषधि पौधों के रासायनिक गुणधर्म की विस्तृत जानकारी देते जयप्रकाश योगी ने गिलोय को अत्यंत लाभकारी बताया। कहा कि गिलोय त्रिदोष नाशक महा औषधि है। इसके नित्य सेवन से अनेक प्रकार के रोगों (मधुमेह, ज्वर, गैस, कब्ज, शारीरिक दुर्बलता आदि) में लाभ मिलता है। आचार्य राधेश्याम ने तुलसी व पीपल के महत्व को संस्कृत श्लोक के माध्यम से समझाया। इस अवसर पर लोगों को निःशुल्क जड़ी-बूटी पौधों का वितरण भी किया गया। इस मौके पर गौरीशंकर, रामप्यारे, सुभाष, गिरधर गोपाल, आकाश, रिजवान, रामाशंकर, बृजभानु, बद्रीनाथ, इंद्र कुमार, उदय नारायण, केशव प्रसाद, अशोक कुमार, लालजी आदि उपस्थित रहे।