हाथी छोड़ कमल के फूल के साथ हुए पूर्व मंत्री विजय मिश्रा
गाजीपुर। विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे राजनीतिक उथल-पुथल में भी तेजी आ रही है। अभी कुछ दिन पहले जहां सपा विधायक सुभाष पासी ने सपा का दामन छोड़ भाजपा का पल्लू पकड़ा था। वहीं आज सपा सरकार में मंत्री रहे विजय मिश्रा बसपा छोड़ कमल के फूल के साथ हो गए। इससे एक बार फिर से सियासत गर्म हो गई।
मालूम हो कि नगर के क्षेत्र के नवाबगंज निवासी विजय मिश्रा 2012 में सपा से विधायक चुने गए थे। बाद में उन्हें सरकार ने धर्माथ कार्य मंत्री बनाया था। अपने कार्यकाल में उन्होंने तमाम विकास कार्य भी किए। 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी से नाराजगी की वजह से श्री मिश्र सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए थे और पार्टी के लिए मजबूती से कार्य कर रहे थे। इसी बीच रविवार को विजय मिश्रा ने बसपा छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विजय मिश्रा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। श्री मिश्र के भाजपा में शामिल होने से सियासी पारा चढ़ गया है। उनके भाजपा का दामन थामने को लेकर राजनीतिक गलियारो में तरह-तरह की चर्चा शुरु हो गई है। विस चुनाव के करीब होने से पहले श्री मिश्र के इस फैसले को लेकर राजनीतिक पंडित अपने-अपने तरीके से कयास लगा रहे हैं।