किसान महा पंचायत को कामयाब बनाने का आह्वान किया
—कहां, सरकार की घोषणा का स्वागत करता है भाकपा (माले) और संयुक्त किसान मोर्चा
गाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2020 में पहली बार अध्यादेश के रूप में लाए गए सभी तीन किसान विरोधी, कारपोरेट समर्थक काले कानूनों को निरस्त करने के भारत सरकार के फैसले की घोषणा का भाकपा (माले) और संयुक्त किसान मोर्चा स्वागत करता है। उक्त बातें भाकपा (माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने जमानियां तहसील क्षेत्र के कसेरा और सरायमुराद अली गांव में 22 नवम्बर को लखनऊ में आयोजित किसान महा पंचायत को सफल बनाने के लिए आयोजित बैठक में कहीं।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन उचित संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा तक जारी रहेगा। अगर ऐसा होता है तो एक वर्ष से चल रहे किसान की ऐतिहासिक जीत होगी। कहा कि एमएसपी की गारंटी और प्रस्तावित बिजली बिल 2020 की वापसी, लखीमपुर में किसान जनसंहार के दोषी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी, गिरफ्तारी के अंतिम निर्णय तक यह किसान आंदोलन जारी रहेगा। यह किसान आंदोलन न केवल तीन काले कृषि कानूनों को निरस्त करने लिए है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों और सभी किसानों के लिए लाभकारी मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए भी है। किसानों की यह अहम मांग अभी बाकी है। उन्होंने 22 नवम्बर को लखनऊ में आयोजित किसान महा पंचायत को कामयाब बनाने के लिए भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। बैठक को बद्दू बिंद, लालू बिंद, रामनगीना पासी, राम अवध बिंद, मनोहर यादव, मुन्ना बिंद, गुलाबी देवी, विमला देवी, रामस्वरूप पासी, राजनरायन कुशवाहा ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता राजमती देवी तथा संचालन रामनगीना पासी ने किया।