नम आंखों से लोगों ने दी जवान को अंतिम विदाई
—जमानियां श्मशानघाट पर हुआ अंतिम संस्कार
रेवतीपुर (गाजीपुर)। रेवतीपुर क्षेत्र के भिटुका गांव निवासी एवं सेना में नायक के पद पर कश्मीर के सतवारी में तैनात दीपक कुमार सिंह यादव पार्थिव शरीर लेकर सेना के अधिकारी-जवान पैतृक गांव पहुंचे। सेना के जवानों सहित अन्य लोगों ने नम आंखों से जवान को श्रद्धांजलि अपर्ति करते हुए अंतिम विदाई दी। जमानियां स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
रेवतीपुर क्षेत्र के भिटुका गांव निवासी एवं सेना में नायक के पद पर कश्मीर के सतवारी में तैनात दीपक कुमार सिंह यादव तिरंगा में लिपटा पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से एम्बुलेंस के जरिए उनके यूनिट के नायब सूबेदार गामा सिंह यादव एवं लांस नायक प्रमोद सिंह लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचे। शव पहुंचते ही परिवार के उससे लिपटकर विलाप करने लगे। मामती सन्नाटे के बीच जवान की पत्नी ज्योति, पुत्री देविका यादव एवं पुत्र प्रांजल यादव, मां संतरा देवी, पिता उदयनारायण सिंह यादव सहित अन्य परिजनों की बिलखन फिजां में सुनाई देने लगी। मृत सैनिक को 39 जीटीसी के सूबेदार डीपी थापा ने सेंट्रल कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र दिमारी (एवीएसएम, वीएसएम) की तरफ से पुष्प चक्र अर्पित कर अंतिम सलामी दी।
इसके बाद जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों के नम आंखों से जवान को श्रद्धांजलि अर्पित कर जवान को अंतिम विदाई दी। भारी जनसमूह के साथ जवान की शव यात्रा निकाली। जमानिया स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया मुखाग्नि वयोवृद्ध पिता पूर्व सैनिक उदयनारायण सिंह यादव ने दी। मृत सैनिक के यूनिट से आए नायब सूबेदार गामा सिंह यादव ने बताया कि दीपक वर्ष 2009 में भर्ती हुए थे, जो काफी मिलनसार स्वभाव के थे। पिछले करीब दो सप्ताह पहले उनकी तबियत खराब होने से उनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा था। इसी दौरान बीते 15 नवंबर को उनका निधन हो गया। परिजनों ने बताया कि दीपक पिछले 3 अक्टूबर को छुट्टी काटकर वापस अपने यूनिट में जाते वक्त जनवरी में आने की बात कही थी। वह अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे।