पुलिस ने किया नकली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड, तीन गिरफ्तार
गाजीपुर। खानपुर पुलिस और स्वाट टीम ने रबिवार को बिहारीगंज डगरा करमपुर मोड़ व शिवदास पोखरा मोड़ से अंतरराज्यीय गिरोह के बाइक सवार तीन लोगों को गिरफ्तार कर नकली नोट बनाने का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 500 की 30, 200 की 276 व 100 के कुल 290 नकली नोट बरामद किया है। पुलिस नोट बनाने की प्रिंटर मशीन तथा नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले पेपर व भी बरामद किया है । पुलिस कार्यालय में इसका खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह मीडिया को बताये। उन्होने बताया कि थानाध्यक्ष खानपुर प्रवीण यादव तथा स्वाट टीम प्रभारी रामाश्रय राय ने मुखबिर की सूचना पर नकली नोट बनाने व नोटों को बाजार में सप्लाई करने वाले अन्तर्राज्यीय (बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड आदि) गिरोह के तीन लोगों को बिहारीगंज डगरा करमपुर मोड़ व शिवदास पोखरा मोड़ से गिरफ्तार किया। पुलिस के तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 500 की 30, 200 की 276 व 100 के कुल 290 नकली नोट कुल रूपये 99,200/-है। नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले 15 पीस पेपर, नोटों की फीडिंग का 34 पीस पेपर तथा नकली नोट बनाने की प्रिंटर मशीन व एक ही व्यक्ति की फोटो लगी अलग-अलग नाम पते से बने चार आधार कार्ड, दो अदद मोटरसाईकिल बरामद किया। पूछताछ में पकड़े आरोपियो ने अपना नाम सिधौना गांव निवासी विजय भारती, मरदह थाना के रायपुर बाघपुर निवासी विशेन यादव तथा करदहा कैथवली निवासी अमित यादव बताये। पूछताछ में पकड़ा गया विजय भारती ने बताया कि उसका आजमगढ़ के मेहनाजपुर में डालिम्स सनबीम स्कूल है।उसी स्कूल के एक कमरे में प्रिंटर मशीन से नकली नोट बनाया जाता है। उस नोट को दिनेश यादव और अमित यादव आस पास के जिलों में सप्लाई करते है। उससे जो कमाई होती है उससे उनके परिवार का खर्च चलता है।पुलिस अदीक्षक ने बताया कि विजय भारती के ऊपर अलग-अलग राज्यों में लगभग 30 मुकदमें दर्ज है वह पूर्व में भी कई बार जेल जा चुका है तथा पिछले लगभग चार वर्षों से फरार चलने के कारण कई मुकदमों में वांछित है। जिससे बचने के लिए वह अलग-अलग नाम पता का आधार कार्ड इस्तेमाल कर अपनी पहचान छुपाकर लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता रहा है।