Friday, January 31, 2025

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थाली में व्यंजन की मात्रा सीमित एवं संतुलित रखें

गाजीपुर। न्यू होराइजन एकेडमी में स्वास्थ्य के लिए समग्र दृष्टिकोण विषयक कार्यशाला सम्पन्न हुआ।विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना के अनुसार स्वास्थ्य का अर्थ मात्र रोगों से मुक्त रहना ही नहीं है बल्कि शारिरिक-मानसिक तथा आत्मिक रूप से संतुलित एवं परिष्कृत रहना है। यह बातें क्रिएटिव विज़न सोसाइटी द्वारा संचालित न्यू होराइजन अकेडमी में पहली दिसम्बर को आयोजित “अ होलिस्टिक अप्रोच टू हेल्थ एंड वेल-बीइंग” विषयक वर्कशॉप में व्याख्यान देते हुए राजकीय होमियोपैथिक कालेज के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र सिंह राजपूत ने कही। उन्होंने कहा कि मनुष्य का स्वास्थ्य बहुत सारी स्थितियों पर निर्भर करता है। स्वस्थ जीवन शैली अपना कर ही हम अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ कर सकते हैं। डॉ. राजपूत ने बैठने-उठने-सोने के पोश्चर तथा जोड़ों के सूक्ष्म व्यायाम के विषय में विस्तार से प्रकाश डाला।

वर्कशॉप में स्वस्थ जीवन के लिए आहार विषयक व्याख्यान देते हुए सुप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक तथा मोटिवेशनल ट्रेनर डॉ. रीना सिंह राजपूत ने खान-पान में मसालों तथा तेल के अधिक इस्तेमाल से बचने की सलाह दी। उन्होंने थाली में व्यंजन की मात्रा सीमित एवं संतुलित रखे जाने को कहा तथा मौसमी फल व सब्जियों के सेवन पर जोर दिया। कार्यशाला में प्रो. अमरनाथ राय ने सकारात्मक मनोविज्ञान की रूपरेखा स्पष्ट करते हुए स्वस्थ जीवन के लिये सकारात्मक मनोभावों को स्वीकारने का आग्रह किया। एकेडमी के शैक्षणिक निदेशक प्रो. अजय राय ने डॉ. राजपूत का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में प्रो. वीके राय, डॉ. विलोक सिंह, विभा राय, किरणबाला राय, डॉ. शिव कुमार, अमरनाथ तिवारी,  श्रीराम तिवारी,  सुनीता मिश्रा, रेनू राय, सारिका राय,  सीमा राय, अभिषेक श्रीवास्तव, डॉ. दिनेश सिंह, भारत भूषण तिवारी, कुबेर यादव आदि शिक्षिकाओं व कर्मचारियों सहित अभिभावक शामिल रहे।

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