मजदूर विरोधी नीति के विरोध में मजदूर सभा का धरना

 मजदूर विरोधी नीति के विरोध में मजदूर सभा का धरना

गाजीपुर। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा की ओर से मंगलवार को विभिन्न मांगों को लेकर सरजू पांडेय पार्क में धरना -प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद ने कहा कि मनरेगा को मजबूत करो ताकि स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़े। देश के मजदूर वर्ग पर मोदी सरकार की नवउदारवादी आर्थिक नीतियां कहर बरपा रही हैं। भयानक सूखा / बाढ़, निरंतर जारी कृषि संकट और सिमटते काम के अवसरों के कारण ग्रामीण ऐसी स्थिति में मनरेगा ही रोजगार का एकमात्र स्रोत है। जिला सचिव राजेश वनवासी ने कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, इस योजना को ही बर्बाद कर दिया गया है। मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत तक कटौती कर दी गयी है। जिसकी वजह से रोजगार की मांग करने के बावजूद लाखों मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। काम पूरा होने के बावजूद समय पर मजदूरों को मजदूरी न दे कर मनरेगा के उद्देश्य को खत्म किया जा रहा है। प्रवासी मज़दूरों की सुरक्षा, गरिमा और जीवनयापन लायक मजदूरी के लिए केंद्रीय कानून बनाने राज्यों को भी अपने राज्यों के प्रवासी मज़दूरों को सुरक्षा की योजनाएं बनाने,काम के दिनों को साल में 200 करके मनरेगा को मजबूत करने तथा मनरेगा में मजदूरी को बढ़ा कर 600 रुपये प्रति दिन करने और मनरेगा के तहत लंबित मजदूरी तत्काल बांटी जाये। इस दौरान राज्यपाल को संबोधित पत्रक नायब तहसीलदार सदर को सौपा। धरना में जिला मंत्री रामशुक्ला ,अवधनारायण, राम शुक्ला ,गोरख राजभर, मंजू गोंड, विजय कुमार वनवासी,बेचू बनवासी, राम करन राम, सरोज यादव, सीपीआई के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अमेरिका यादव ,माले जिला सचिव राम प्यारे राम आदि रहे।

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