राष्ट्रप्रेम का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया गांधी और शास्त्री जी नेः प्रो. अवधेश नारायण
गाजीपुर। महात्मा गांधी ने न केवल भारत, वरन विश्व के सर्वाधिक प्रभावशाली नेताओं तथा दार्शनिक-विचारकों की पंक्ति में अग्रणी कतार के व्यक्तित्व थे। आईंस्टीन ने सच ही कहा था कि आने वाली पीढ़ियों को मुश्किल से भरोसा होगा कि गांधी नामका व्यक्ति वास्तव में इस धरती पर हुआ था।
यह बातें रविवार को स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में प्रो. अवधेश नारायण राय ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी और भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री, इन दोनों महान विभूतियों ने सामुदायिक सेवा तथा राष्ट्रप्रेम का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया। डा. विशाल सिंह, डा. विलोक सिंह, डा. राकेश पाण्डेय, डा. प्रमोद श्रीवास्तव, डा. सतीश राय,
ओमप्रकाश राय, प्रो. अजय राय आदि ने भी विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर लिका श्रीवास्तव, अरविंद यादव, कुशलपाल सिंह यादव, संजय कुमार, सुरेश प्रजापति, शशांक राय, सत्येंद्र राय, समीर राय, बांके राम, मुन्ना, संतोष राम आदि शिक्षक-कर्मचारी तथा एनसीसी के कैडेट्स उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्रो. अवधेश नारायन राय तथा संचालन डा. कृष्णानंद राय ने किया।