नैतिकता के आधार पर चेयरमैन को इस्तीफा दे देना चाहिएःशम्मी
—प्रेसवार्ता में बोले, वर्षों से नपा अध्यक्ष व उनके प्रतिनिधि नगरवासियों को दे रहे धोखा
—नगरपालिका सीमा विस्तार की पत्रावली शीघ्र शासन को भेजने की मांग की
गाजीपुर। नगरपालिका की अध्यक्ष व उनके प्रतिनिधि नगरवासियों को वर्षो से धोखा दे रहे हैं। कल प्रेसवार्ता में भी उन्होने ऐसा ही किया है। अध्यक्ष दंपति पर भ्रष्टाचार के आरोप की जांच भाजपा सरकार में और उन्हीं के अधिकारियों द्वारा की गई है। जिसमें वह 18 बिंदुओं पर दोषी पाए गए हैं। यह बात शुक्रवार को द ग्रैंड पैलेस में आयोजित पत्रकार वार्ता में समाजसेवी व समाजवादी पार्टी के नेता विवेक सिंह शम्मी ने कहीं।
श्री सिंह ने कहा कि सन् 2012 के कार्यकाल में विनोद अग्रवाल का भ्रष्टाचार के आरोप में दो बार पावर सीज हो चुका है। उस पर उन्होंने सफाई दी थी कि सपा की सरकार में ब्राह्मण मंत्री बनिया को बे-वजह दबा रहे हैं। लेकिन इस बार भाजपा सरकार की जांच में वह दोषी पाए गए हैं। इसलिए नैतिकता के आधार पर चेयरमैन को इस्तीफा दे देना चाहिए। शम्मी सिंह ने बताया कि 2021-22 में गृह कर में नगरपालिका की आय लगभग 49 लाख रुपये थी और 2022-2023 में अनुमानित आय डेढ़ करोड़ दर्शाया गया है। चेयरमैन बताए कि यह आय अचानक कैसे एक वर्ष में तीन गुना हो जायेगा। स्वकर के संबंध में उन्होंने कहा कि स्वकर घटाने की सबसे पहली जंग हमने शुरु की थी। हमने हस्ताक्षर अभियान और जुलूस निकालकर नगरवासियों को जागरुक किया, तब जाकर जनता-जनार्दन ने बोर्ड पर दबाव बनाया। उन्होंने बताया कि स्वकर के गजट की फाइल में अधिशासी अधिकारी ने यह लिखा है कि नगरपालिका के अधिवक्ताओं की यह राय है कि यह गजट विधि सम्मत नहीं है। इसके बावजूद नियम विरुद्ध तरीके से स्वकर का गजट कराया गया, जिसके लिए चेयरमैन धन्यवाद के पात्र हैं। और यह भी जनता को भरोसा दिलाए कि चुनाव बाद यह स्वकर जो घटा है, वह समाप्त नहीं होगा। शम्मी सिंह ने मांग किया कि नगरपालिका सीमा विस्तार की पत्रावली शीघ्र शासन को भेजी जाए, जिससे नगर का विकास हो। कहा कि चेयरमैन प्नतिनिधि कहते हैं कि पत्रावली शासन को गई है, जबकि अधिकारी कहते हैं कि कोई पत्रवाली नहीं गई है। इस अवसर पर पूर्व सभासद संजय सिंह, राहुल सिंह, रजनीश मिश्रा आदि मौजूद थे।