लापरवाही पाए जाने पर जेल भेजने की होगी कार्यवाहीःडीएम
गाजीपुर। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा नकल विहीन तथा शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए सोमवार को स्वामी सहजानंद पीजी कालेज में समीक्षा बैठक हुई। इसमें जिलाधिकारी एमपी सिंह एवं पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने सभी केंद्र व्यवस्थापक, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, सचल दल के प्रभारी, स्टेटिंक मजिस्ट्रेट वाहय् केंद्र के व्यवस्थापन एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि 24 मार्च से प्रारम्भ होकर 12 अप्रैल तक संचालित इस परीक्षा में कोई भी छात्र/छात्रा, कक्ष निरीक्षक एवं अन्य कार्मिक परीक्षा केंद्र के अंदर पाठ्य सामग्री, मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर नहीं जाएंगे। सभी परीक्षा केंद्र पर सीसी टीवी. कैमरा की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा में नकल पर रोक लगाने तथा परीक्षा की शुचिता, पवित्रता, गुणवत्ता एवं विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम-1998 के प्राविधानों को लागू किया गया है। कहा कि कहीं भी सामूहिक नकल की सूचना प्राप्त होने पर इन प्राविधानों के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होने केंद्र व्यवस्थापन को निर्देश दिया कि परीक्षा निष्पक्ष एवं नकल विहिन होनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर तत्काल जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले के सभी 229 परीक्षा केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तथा जोनल 10 एवं 35 सेक्टर मजिस्ट्रैट तैनात किए गए हैं। पूरे जिले में धारा-144 लागू है। परीक्षा केंद्र के एक किलोमीटर के भीतर फोटो कांपियर एवं स्कैनर की दुकान परीक्षा अवधि में प्रतिबंधित रहेगी। परीक्षा केंद्र के बाहर सौ मीटर तक अनावश्यक भीड़ एकत्र नहीं होगी। शौचालय एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय। विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि परीक्षा के समय विद्युत बाधित न हो एवं 24 घंटे तक बिजली की व्यवस्था रखी जाय। कक्षों में लाइट की व्यवस्था पूर्ण की जाए। परीक्षा के समय सीसी टीवी की फुटेज लागातर संचालित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र के आस-पास परीक्षा अवधि में लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी व्यक्ति शस्त्र लेकर परीक्षा स्थल पर नहीं जाएगा। कहा कि परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण एवं व्यवस्था कार्य में लगे अध्यापक एवं केंद्र अधीक्षक को लोकसेवक माना गया है। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र की निगरानी कराई जाएगी। सभी उप जिलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के परीक्षा केंद्रों पर शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा अवांछित भीड़ जमा न रहने के लिए उत्तरदायी होंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में नकल की शिकायत टोल फ्री नम्बर-18001805310 एवं 18001805312 तथा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल रुम की स्थापना की गयी है। दूरभाष नम्बर-0548-2221180 पर एवं मोबाइल नम्बर-9532663494 पर परीक्षा संबंधित कोई भी सूचना दी जा सकती है। उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्र पर नियुक्त सभी कक्ष निरीक्षक पहचान पत्र एवं आधार कार्ड के साथ कार्य करेंगे। कहा कि विषय से संबंधित अध्यापक परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी नहीं करेंगे। सभी प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र पर लोहे की आलमारी में डबल लाक में रखे जाएंगे, जिसकी एक चाभी केंद्र व्यवस्थापक तथा एक स्टेटिक मजिसट्रेट के पास होगी। प्रश्नपत्रों एवं उत्तर पुस्तिकाओं को सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में रखा जाएगा तथा उन्हें खोलते समय सीसी टीवी. कैमरे की रिकार्डिंग अवश्य कराई जाएगी। वाट्सएप के माध्यम से किसी प्रकार का गलत मैसेज व अफवाए फलाने पर तत्काल कठोर कार्यवाही की जाएगी। डीएम ने कहा कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए सैनिटाइजर, हैण्डवाश, थर्मल स्कैनिंग, पल्स आक्सीमीटर एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर सभी शिक्षकों, कार्मिकों, परीक्षार्थियों को मास्क पहनना अनिवार्य है। परीक्षा केंद्र की सफाई, विशेष रुप से शौचालय, पेयजल की समुचित व्यवस्था रखी जाएगी। बालिकाओं की चेकिंग केवल महिला शिक्षिका द्वारा ही की जाएगी। परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थियों को पाठ्य सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं होगी। सभी केंद्र व्यवस्थापक सुनिश्चित करें कि परीक्षा समाप्त होने के पश्चात समय से उत्तर पुस्तिकाएं पुलिस अभिरक्षा में संकलन केंद्र पर जमा हो जाए। सभी केंद्र व्यवस्थापक आवश्यक पुलिस बल के लिए संबंधित थानाध्यक्ष को अवगत करा दें। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी राय, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सचल दल प्रभारी तथा केंद्र व्यवस्थापकगण उपस्थित रहे।