एलजी मनोज सिन्हा ने देवियों के दरबार में टेका मत्था, की पूजा-अर्चना
—समर्थकों से घिरे रहे उपराज्यपाल
सेवराई (गाजीपुर)। उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व रेल राज्यमंत्री एवं जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को पूर्वांचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां कामाख्या देवी के दरबार में पहुंचे। उन्होंने मां के चरणों में शीश नवाते हुए विधिवत पूजन-अर्चन किया।
तय कार्यक्रम अनुसार उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का काफिला वाराणसी से चलकर जमानिया के ढढनी में स्थित मां चंडी के दरबार में पहुंचा। यहां पर श्री सिन्हा ने हवन-पूजन किया।
इसके बाद गहमर के करहिया स्थित मां कामाख्या धाम पर दिन में 2 बजकर 41 मिनट पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं के द्वारा जय श्री राम और हर हर महादेव के जयघोष के साथ उपराज्यपाल का माल्यार्पण कर स्वागत सम्मान किया गया।
तत्पश्चात कार्यकर्त्ताओ से मुलाकात करते हुए मनोज सिन्हा मां कामाख्या देवी के दरबार में पहुंचे। महंत आकाश तिवारी ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ एलजी की पूजा-अर्चना सम्पन्न कराई। दर्शन के बाद महंत अकाश राज तिवारी ने माता की चुनरी भेंट कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
मंदिर की परिक्रमा करने के साथ ही कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए उपराज्यपाल करीब 3 बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए। यहां से सीधे रेवतीपुर गांव में स्थित मां भगवती के दरबार में मत्था टेकते हुए पूजा-अर्चना किया।
इसके बाद श्री सिन्हा का काफिला गाजीपुर के लिए रवाना हो गया। श्री सिन्हा के आगमन के मद्देनजर मंदिर परिसर को फूल-मालाओं से भव्य तरीके से सजाया गया था।
मां के गर्भ गृह से लेकर मुख्य द्वार तक गेंदे और जूही के फूलों से आकर्षक सजावट की गई थी। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मंदिरों में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात रही।
मां भगवती मंदिर पर प्रमुख उद्यमी और समाजसेवी विनोद राय, भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष किरन सिंह, प्रेम सागर राय, मनोज राय, अनिल सिंह, प्रधान मल्लू राय, प्रेमचंद राय, भाजपा महामंत्री ओमप्रकाश राय, संजय राय, विजय राय सहित सैकड़ों लोग एलजी के आने का इतंजार करते रहे।
गहमर में मां कामाख्या के दर्शन के लिए जाते समय श्री सिन्हा ने राम अवध सिंह को पास बुलाकर उनका कुशलक्षेम पूछा। इस दौरान वहां परीक्षित सिंह, मनीष सिंह बिट्टू, विष्णु प्रताप सिंह, प्रशांत सिंह, अविनाश जयसवाल, हरिओम सिंह, धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा, बेचन कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी गण मौजूद रहे।