भटके बालक को परिजन से मिलाया
गाजीपुर। रेलवे सुरक्षा बल ने भटके एक गूंगे-बहरे नाबालिक को स्थानीय स्टेशन पर ट्रेन से उतारा। चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति की मदद से बालक के घर के पता लगाया गया। इसके बाद बालक को परिजनों को सौंप दिया गया।
जानकारी के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक ने शनिवार को सुहेलदेव एक्सप्रेस से गूंगे-बहरे भटके हुए नाबालिग को उतारा। इसके बाद चाइल्ड लाइन के सदस्यों को बुलाकर बालक को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया। चाइल्ड लाइन वालों ने बाल कल्याण समिति को जानकारी दी। इसके बाद बालक के परिवार वालों की खोज आरंभ हुई। बालक के पास मिले फोन से पता हुआ कि बालक का नाम उमेश कुर्मी है। वह मध्य प्रदेश के सागर जिला के ब्लाक रहली के पिपरिया गोपालपुर का रहने वाला है। समिति ने बालक के भाई धीरज कुर्मी से संपर्क कर जानकारी दी। भाई धीरज कुर्मी यहां पहुंचा। रोस्टर ड्यूटी के मजिस्ट्रेट जयप्रकाश भारती और नीलेश सिंह ने उमेश कुर्मी के ग्राम प्रधान कौशल किशोर कमस्या से वीडियो कॉल से संपर्क कर उमेश कुर्मी और उसके अग्रज धीरज कुर्मी की पहचान कराई। उनसे बात किया। हर प्रकार से संतुष्ट होने पर उमेश को उसके भाई धीरज कुर्मी की सुपुर्दगी में दे 16 घंटा के अंदर ही दे दिया गया। भटके भाई से मिलकर धीरज के आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।