तेवर देख बैकफुट पर आए अधिकारी
—आश्वासन के बाद काम पर लौटे मीटर रीडर
गाजीपुर। प्रदेश के अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री विद्युत मजदूर उत्तर प्रदेश निर्भय सिंह के निर्देश पर शनिवार को जिले के समस्त मीटर रीडरो ने राजस्व वसूली कार्य ठप कर आमघाट गांधी पार्क में अपनी मांगों को लेकर धरना दिया। मीटर रीडरों के तेवर को देखते हुए अधिशासी अभियंता द्वितीय ने एक सप्ताह के अंदर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मीटर रीडर काम पर लौटे।
इससे पूर्व धरना को सम्बोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी ने कहा कि मीटर रीडरों का उत्पीड़न किसी हाल में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। कहा कि जिले में जो बिलिंग करवाने का ठेका स्टार्लिंग कंपनी को दिया गया है, उसके द्वारा मीटर रीडरों की अभी तक न्यूनतम मजदूरी तय नहीं किया है। प्रति रीडिंग एक रुपये के हिसाब से मीटर रीडर रीडिंग करने को तैयार नही हैं। अपने रसूख के बल पर पिछले चार साल से रह रहे सर्किल मैनेजर नवनीत त्रिपाठी हमारे पुराने रीडरों को बिना कारणवश हटाकर नए रीडरों की भर्ती कर रहे हैं। भर्ती के नाम पर 25000-25000 ले रहें हैं, जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला है। यह तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीटर रीडरों के आक्रोश को भांपते हुए अधीक्षण अभियंता के निर्देश पर अधिशासी अभियंता द्वितीय आदित्य पांडेय पहुंचे और मीटर रीडरों को संबोधित करते हुए वादा किया कि स्टार्लिंग कंपनी के जनरल मैनेजर मनोज त्रिपाठी से टेलीफोन पर वार्ता हुई, जिसमें उन्होंने आश्वस्त करते हुए बताया कि सर्किल मैनेजर नवनीत त्रिपाठी को हटा दिया गया हैं। उनके जगह पर नितिन सिंह को जिले में भेज दिया गया है। कहा कि सभी रीडरों की न्यूनतम मजदूरी 10568 रुपये कंपनी द्वारा तय किया गया है, जो मिलेगा और जितने भी पुराने रीडरों की आईडी बंद है, उन लोगो की आईडी सोमवार तक रिलीज कर दी जाएगी। बिलिंग टारगेट 1500 रूलर में एव 1800 अर्बन में तय कर दी गई हैं। बाकी जो भी मुद्दे बचे हैं, उसको भी एक सप्ताह के अंदर में सुलझा दिया जाएगा। इस आश्वासन पर सभी मीटर रीडर अपने-अपने काम पर लौट गए। धरना में मरदह सुपर वाइजर शशिकांत भारती, वकील यादव, अश्विनी सिंह, अरविंद राम, तेजस्व राज, सत्यपाल सिंह, राकेश चौबे, मुकेश दुबे, सुजीत उपाध्याय, सुनील यादव, गिरधारी यादव, अभिषेक चौबे, अवधेश प्रसाद, पन्ना लाल, संजय, चंदन, योगेश, सुरेंद्र सहित जिले के समस्त मीटर रीडर मौजूद रहे।