भरत-मिलाप देख छलक गई लोगों की आंखें, बाहें पसार चारों भाई मिले गले

 भरत-मिलाप देख छलक गई लोगों की आंखें, बाहें पसार चारों भाई मिले गले

गाजीपुर। परंपरा के अनुसार हर वर्ष की तरह इस साल भी दशहरा के दूसरे दिन बुधवार की रात अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी की ओर से शहर के सकलेनाबाद में भरत मिलाप का आयोजन किया गया। इस मौके पर मेला भी लगा था। लेकिन मेले की चंचलता उस समय कुछ देर के लिए शांत हो गई, जब मंच पर चारों भाइयों का मिलन हुआ। यह दृश्य देश वहां मौजूद श्रद्धालुओं की आंखें डबडबा गईं।जैसे-जैसे रात होती गई, वैसे-वैसे भरत मिलाप देखने के लिए श्रद्धालुओं के पांव भी सकलेनाबाद मुहल्ले के लिए बढ़ते गऐ। आठ बजते-बजते मेला स्थल पूरी तरह लोगों से पट गया। मेला की मस्ती में चूर सभी लोग इसका आनंद उठा रहे थे।

इसमें घूम रहे लोगों को चारों भाइयों के मिलन का इंतजार था। एक तरफ सैकड़ों श्रद्धालु सड़क पर थे, वहीं सड़क के किनारे स्थित मकानों के छतों-बारतों पर लोग खड़े होकर चारों भाइयों का इंतजार कर रहे थे। रात बारह बजे जैसे ही लोगों के कानों में बाजे आवाज पहुंची और भगवान राम रथ पर आते दिखाई दिए।

लोग खुशी से झूम उठे। भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान जैसे ही रथ से उतरकर मंच पर पहुंचे, मानों मेले की चंचलता पूरी तरह से शांत हो गई, जो जहां था वहीं रुक गया। सबकी निगाहे चारों भाइयों पर पूरी तरह से टिक गई। जैसे ही चारों चारों भाइयों का मिलन देख लोगों की आंखे डबडबा गई। लोग जयश्रीराम का जयघोष करने के साथ ही चारों भाइयों पर पुष्प वर्षा की। मंच पर कमेटी के सदस्यों सहित अन्य लोगों ने चारों भाइयों की आरती उतारी। कमेटी के पदाधिकारी देर रात तक लीलास्थल पर डटे रहे। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मुश्तैद रहे। इस अवसर पर कमेटी के मंत्री ओमप्रकाश तिवारी बच्चा, प्रबन्धक विरेश राम वर्मा, उपप्रबन्धक मयंक तिवारी, कोषाध्यक्ष रोहित कुमार अग्रवाल, मनोज कुमार तिवारी, रामसिंह यादव, विशम्भर नाथ गुप्ता आदि रहे।

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