चैता मुकाबले में राकेश उत्पाती पड़े चितरंजन व्यास पर भारी

 चैता मुकाबले में राकेश उत्पाती पड़े चितरंजन व्यास पर भारी

दिलदारनगर(गाजीपुर)। क्षेत्र के फूली ग्राम सभा स्थित मां कटारी देवी धाम पर बृहस्पतिवार को रामनवमी के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेला और चैता मुकाबला का आयोजन किया गया। जिसमें बक्सर के चितरंजन व्यास और बलिया के राकेश उत्पाती के बीच जोरदार मुकाबला हुआ। जिसमें राकेश उत्पाती को समिति के द्वारा विजयी घोषित किया गया और प्रथम पुरस्कार दिया गया। मुख्य अतिथि विधायक ओमप्रकाश सिंह रहे। उन्होने कहा कि चैता गायकी विधा भोजपुरी की बहुत ही पुरानी विधा है पहले जब मनोरंजन का कोई साधन नहीं था तब हमारे पूर्वज दिनभर गेहूं की कटिया करके जब शाम को खाली होते थे तो वह चैता और लोरकी गाकर मनोरंजन करते थे। उन्होंने कहा कि आज विश्व के कई देशों में भोजपुरी बोली जाती है जबकि कई देशों में तो व्यापक रूप से भोजपुरी भाषा प्रचलित है लेकिन यह अफसोस की बात है कि भोजपुरी के इतना प्रचलित होने के बाद भी चैता गायकी बिहार के कुछ हिस्सों और यूपी के वाराणसी तक ही पहुंच सका है। हमें चैता लोरकी जैसे विधाओं के गायकों को बढ़ावा देना चाहिए ।जिससे यह प्राचीनतम विधा जीवित रह सके।

उन्होंने कहा कि मां कटार देवी धाम जमानियां विधानसभा का भविष्य में दूसरा कामाख्या धाम होने वाला है क्योंकि कामाख्या धाम के बाद अगर रामनवमी के दिन मेले में सबसे ज्यादा कहीं भीड़ होती है तो वह मां कटार देवी धाम है जहां पर रामनवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर मां के दरबार में माथा टेकते हैं। मां कटार देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज यादव व प्रबंधक अशोक यादव ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य आकाश यादव, जिला पंचायत सदस्य बसंत यादव, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि दयाशंकर यादव,ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा सहित कई ग्राम सभाओं के वर्तमान प्रधान तथा पूर्व प्रधान गणमान्य व्यक्ति के रूप में उपस्थित रहे।

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