लाखों के नकली नोट के साथ 6 गिरफ्तार
गाजीपुर। कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने शनिवार की शाम आरटीआई ग्राउंड से नकली नोट बनाने व नोटों को बाजार में सप्लाई करने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह के छ सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। पुलिस ने उनके कब्जे से 500 की 369 नकली नोट, 200 की 01 व 100 के 261 नकली नोट के साथ (कुल 2,10,800) व नोट बनाने की प्रिंटर मशीन व नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले पेपर व एक नोट पर चिपकाने वाली चमकीली हरी पट्टी व तीन बरामद बरामद किया। पुलिस कार्यालय में इसका खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया। एसपी ने बताया कि शनिवार की शाम सीओ गौरव कुमार के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी टीवी सिंह और स्वाट टीम प्रभारी रामाश्रय राय टीम के साथ आरटीआई ग्राउंड पर पहुंची।
वहां नकली नोट बनाकर बाजार में सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के छ सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके कब्जे से कुल दो लाख दस हजार आठ सौ रुपये नकली नोट के साथ ही प्रिंटर मशीन व नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर व नोट पर चिपकाने वाली एक चमकीली हरी पट्टी के साथ ही तीन मोटर साइकिल बरामद किया। पुलिस के पूछताछ में पकड़े गये अभियुक्तों ने अपना नाम सादात थाना क्षेत्र के मौधिया निवासी विकास वर्मा, नोनहरा थाना के खतिरपुर वर्तमान पता सोहिलापुर निवासी संजय कुमार दुबे उर्फ पप्पू , गहमर थाना के पचौरी, वर्तमान पता छोटा ब्रह्म स्थान गोराबाजार निवासी अमर ज्योति मौर्या उर्फ छोटू, जमानियां कोतवाली के नई बस्ती निवासी फिरोज शाह, गहमर के पचौरी निवासी नीरज सिंह तथा जमानियां के बेटाबर कलां निवासी संतोष यादव उर्फ डब्लू बताया। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि पूछताछ में पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि हम लोग गैंग बनाकरअपने तथा अपने साथियों के आर्थिक, भौतिक एवं बुनियादी लाभ के लिए धन अर्जित करने के लिए जाली नोटों को तैयार करते थे। उन नोटों को छोटे-छोटे बाजारों व अन्य राज्य बिहार से लेकर यूपी व अन्य जनपदों में छोटे दुकानदारों सब्जी बेचने वालो/रिक्शा चलाने वाले को बड़ी नोट देकर तथा कुछ सामान लेकर पैसा इकठ्ठा करते थे।
गिरफ्तार करने वाली टीम में सर्विलास प्रभारी सुनील कुमार, उपनिरीक्षक अमित पांडेय, हेड कांस्टेबल आशुतोष, हेड कांस्टेबल विकास श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल विनित कुमार, कांस्टेबल चन्दन मणि त्रिपाठी, कांस्टेबल जयंत सिंह, कांस्टेबल अजय प्रसाद, कांस्टेबल राकेश सोनकर, कांस्टेबल ओम प्रकाश सिंह, कांस्टेबल राघवेन्द्र सिंह, कांस्टेबल चन्द्रदेव, कांस्टेबल शैलेन्द्र और कांस्टेबल देवानंद शामिल थे।