नेपाल से लौटे सनबीम स्कूल के बच्चे

 नेपाल से लौटे सनबीम स्कूल के बच्चे

गाजीपुर। सनबीम स्कूल महाराजगंज के 11 वीं व 12 वीं के छात्रों का तीन दिवसीय शैक्षणिक नेपाल यात्रा सोमवार को नये आयाम के साथ संपन्न हुई। शैक्षणिक यात्रा में बच्चों को महात्मा बुद्ध के उन विचारों के साथ रूबरू होना तथा महात्मा बुद्ध द्वारा फैलाये गये उन अद्भुत ज्ञान के प्रभाव से जुड़े हुए उन प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के बारे में भी बच्चों को बताया गया।
शैक्षणिक भ्रमण 17 दिसंबर से शुरु होकर 19 तक रहा। इस शैक्षणिक यात्रा में विद्यालय से कक्षा 11वीं और 12वीं के 23 बच्चों ने भाग लिया था। यह यात्रा नेपाल के विभिन्न प्रसिद्ध स्थलों का भ्रमण करते हुये गोरखपुर में स्थित रामगढ़ ताल तक चली। शैक्षणिक यात्रा टीम का नेतृत्व विद्यालय के अध्यापक नवनीत सिंह, संकेत कश्यप, खुशबू पाण्डेय तथा ट्रांसपोर्ट इंचार्ज विनय उपाध्याय ने किया । विद्यालय प्रबंधन से विद्यालय की प्रधानाचार्य ने इस शैक्षणिक यात्रा में भाग लेकर बच्चों को प्रोत्साहित किया तथा अपना मार्गदर्शन प्रदान किया।

विद्यालय द्वारा आयोजित यह शैक्षणिक यात्रा में बच्चों को महात्मा बुद्ध के उन विचारों के साथ रुबरु होना तथा महात्मा बुद्ध द्वारा फैलाये गये उन अद्भुत ज्ञान के प्रभाव से जुड़े हुए उन प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों से अपने आप को साक्षात्कार करना एवं उन सभी विचारों को अपने अन्दर ग्रहण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिससे बच्चों के अन्दर अतुलनीय शांति और ज्ञान के प्राप्ति की अनुभूति हुई। यह यात्रा सर्वप्रथम विश्व शांति स्तूप जो विश्व शांति का प्रतीक माना गया है से शुरु होकर बौद्ध मंदिरों का दर्शन करते हुये अखण्ड शांति दीप, महात्मा बुद्ध की जन्म स्थली का भ्रमण कर वापस पुनः अखण्ड शांति की यात्रा स्टीमर के द्वारा किया। जिसमें बच्चों ने भरपूर आनन्द लिया। उसके बाद बच्चों को नेपाल के बाजार का भ्रमण भी कराया गया। छात्रों को नेपाल के संस्कृति से जुड़ी हुई वस्तुओं को दिखाया गया। इसके बाद यात्रा 18 दिसम्बर को सम्पन्न कर शैक्षणिक यात्रा की टीम गोरखपुर स्थित रामगढ़ ताल के प्रस्थान की तथा अगले दिन रामगढ़ ताल पहुंचकर बच्चों ने भरपूर आनन्द उठाया। इस यात्रा पर विद्यालय के चेयरमैन केपी सिंह ने बच्चों के मानसिक, बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए शुभकामनाएं दी। विद्यालय के डायरेक्टर नवीन सिंह ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुये भविष्य में ऐसे ही विद्यालय प्रबन्धन द्वारा शैक्षणिक यात्राओं का आयोजन करने की सलाह प्रदान की।

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