संविधान का जनक माना जाता है भीमराव अंबेडकर कोःडा. मारकंडेय सिंह

 संविधान का जनक माना जाता है भीमराव अंबेडकर कोःडा. मारकंडेय सिंह


गाजीपुर। संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने जिलाध्यक्ष सुनील राम की अध्यक्षता में स्थानीय डा. भीम राव अंबेडकर पार्क में बाबा साहब डा. भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण, पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष डा. मारकंडेय सिंह ने कहा कि उस वक्त संविधान सभा के सदस्यों ने दो साल और 11 महीने 18 दिन की अवधि में कुल 11 सत्र में पूरे संविधान का निर्माण किया था।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को संविधान का जनक माना जाता है। प्रेम बिहारी ने मूल संविधान को इटैलिक शैली में हाथ से लिखा, जिसके प्रत्येक पृष्ठ को चित्रकार राममनोहर सिन्हा और नंदलाल बोस ने अलंकृत किया था। जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि आप इतिहास के बारे में सोच रहे होंगे कि भारत का संविधान कैसे लागू हुआ, उस समय संवैधानिक सभा का गठन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के निर्वाचित प्रतिनिधि शामिल थे। एक महत्वपूर्ण सदस्य डा. भीम राव अम्बेडकर थे, मसौदा समिति के अध्यक्ष थे, पंडित जवाहरलाल नेहरू क्योंकि वे भारत के पहले प्रधान मंत्री थे, बी.एन. राव संवैधानिक सलाहकार के रूप में और सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के गृह मंत्री थे। संविधान को अपनाने से पहले 166 दिनों के लिए संवैधानिक सभा की बैठक हुई। अनुकूलन के दौरान 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के सदस्यों द्वारा हिंदी और अंग्रेजी में लिखित प्रतियों पर हस्ताक्षर किए गए थे। 26 जनवरी 1950 तक भारत का संविधान लागू हुआ और उस दिन से यह देश का कानून बन गया।

उन्होंने कहा की यह काफी आवश्यक है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपने देश के स्वतंत्रता संघर्ष और इसमें योगदान देने वाले क्रांतिकारियों के विषय में बताए ताकि वह इस बात को समझ सकें कि आखिर कितनी कठिनाइयों का बाद हमारे देश को स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई है। संविधान दिवस वास्तव में वह दिन है, जो हमें हमारे ज्ञान के इस दीपक को हमारे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में हमारी सहायता करता है। इस अवसर पर रविकांत राय, सुनील साहू, मनीष कुमार राय, राजेश गुप्ता, ओमप्रकाश पांडेय, आशुतोष गुप्ता, दिव्यांशु पांडेय, सुधांशु त्रिपाठी, वर्चस्व पांडेय, विभूति राम, ज्ञान प्रकाश सिंह, राघवेंद्र राम, संदीप विश्वकर्मा, रईस अहमद, राम नारायण, कैलाशपति कुशवाहा, सुशील कुमार सिंह, अवधेश साहू, संजय गुप्ता, चंद्रकांत यादव, सतीश कुमार गुप्ता, शशि भूषण राय, बृजेश कुमार गौतम, आलोक यादव, राघवेंद्र चतुर्वेदी, विनोद कुमार, मजहर अली, न्याज अहमद, अवधेश पांडेय, शुकुरुल्ला वारसी, विजय शंकर पांडेय, संजय सिंह आदि उपस्थित रहे।

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