बिना गुरु के किसी ग्रंथ का प्रभाव चरित्र पर नहीं पड़ताःकमला शर्मा

 बिना गुरु के किसी ग्रंथ का प्रभाव चरित्र पर नहीं पड़ताःकमला शर्मा

गाजीपुर। राम जानकी मठिया गरुआ मकसूदपुर में नौ कुंडीय यज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा तथा विभिन्न संस्कार का आयोजन चल रहा है। कथा के दूसरे दिन सुबह आठ बजे से मंत्रोच्चारण के बीच हवन कुंडों में यज्ञ शुरु हुआ। इस मौके पर कथा वाचक कमला शर्मा ने कहा कि हमारे नैतिक और धार्मिक उथान के लिए बहुत से धर्मग्रंथों की रचना हुई और पढ़ी भी जाति है। रामायण तो घर घर में पढ़ा जाता है तो भी आज नैतिकता और धार्मिकता पतन की और जा रही है। इन्हें ग्रंथ कहा गया है, जिसे गांठ कहा जाता है और यह गांठ गुरुरूपी चाभी से ही खुलती है। बिना गुरु के किसी ग्रंथ का प्रभाव चरित्र पर नही पड़ता।

मालूम हो कि बीते 18 नवंबर को कलश यात्रा के साथ राम जानकी मठिया गरुआ मकसूदपुर में नौ कुंडीय यज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा तथा विभिन्न संस्कार के आयोजन का शुभारंभ हुआ था। इस धर्मिक कार्यक्रम को लेकर ग्रामीणों में भक्ति का उत्साह दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम स्थल पर हवन कुंड में आहुति डालने और कथा सुनन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। कार्यक्रम की वजह से वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय बना हुआ है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सोनू यादव, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि डुहियां विनीत राय, पूर्व प्रधान संजय राय मंटू, अविनाश राय ‘बचाई’, कमलेश्वर राय, बृजेश पाल, धर्मेंद्र पाल, उपेन्द्र, भगेलू राय, दिनेश राय, कमलेश राय, संतोष, रविन्द्र नाथ, प्रशांत ‘भीम’, मोहन बागी, सुमंत, संजीव राय, बंटी यादव, सर्वेश, मृत्युंजय, अंकित, संजीव, संतोष यादव बीडीसी, रामचंद्र यादव, संत्येन्द्र राय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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